अमेरिकी अपीलीय कोर्ट में जज बने भारतीय मूल के अमूल थापर
सीनेट में थापर की नियुक्ति को 52-44 वोटों से मंजूरी मिली। इस पद पर नियुक्त होने वाले वह दूसरे दक्षिण एशियाई जज बन गए हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका की अपीलीय अदालत के प्रमुख न्यायिक पद पर भारतीय मूल के अमूल थापर की नियुक्ति पर सीनेट ने अपनी मुहर लगा दी है। वह पहले भारतीय हैं जिन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सर्किट कोर्ट ऑफ अपील के जज के तौर पर नामित किया था। इस कोर्ट में केंटकी, टेनेसी, ओहायो और मिशिगन प्रांतों की अपीलों की सुनवाई होती है।
सीनेट में उनकी नियुक्ति को 52-44 वोटों से मंजूरी मिली। इस पद पर नियुक्त होने वाले वह दूसरे दक्षिण एशियाई जज बन गए हैं। सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैककोनेल ने गुरुवार को कहा, 'जज थापर अमेरिकी अपीलीय अदालत में बेहतरीन योगदान देंगे।' ट्रंप ने इस पद के लिए उन्हें 21 मार्च को नामित किया था।
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48 वर्षीय थापर फिलहाल अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज हैं और वह उन 20 जजों में शामिल रहे जिन्हें ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सुप्रीम कोर्ट के संभावित जजों की अंतिम सूची में शामिल किया था। साल 2007 में जार्ज डब्ल्यू बुश ने उन्हें केंटकी के ईस्टर्न डिस्टि्रक्ट का जज नियुक्त किया था। तब वह इस पद पर आसीन होने वाले पहले दक्षिण एशियाई बने थे।
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मिशिगन के डेट्राइट में 1969 में जन्मे थापर ने बोस्टन कॉलेज से स्नातक और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री ली है। थापर ट्रंप समर्थक हैं तो उनके पिता राज थापर ओबामा समर्थक।