संयुक्त राष्ट्र की स्थाई सदस्यता के लिए अमेरिका ने दिया भारत का साथ
अमेरिका ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हाल के दिनों में रूस और चीन द्वारा वीटो के इस्तेमाल पर अमेरिका ने चिंता जताई है। कहा है, सीरिया में शांति स्थापना और कुछ अन्य मुद्दों पर जिस तरह का रुख अपनाया गया है उससे इस विश्व संस्था में पुनर्गठन की जरूरत और ज्यादा महसूस होने लगी है।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कहा, सीरिया में संयुक्त राष्ट्र जो कार्रवाई देखना चाहता है उसे होने से रोकने के लिए रूस ने वीटो का इस्तेमाल किया। ऐसा उसने केवल बशर अल असद की सत्ता को बचाने के लिए किया। यह चिंता की बात है। इसीलिए महसूस हो रहा है कि सुरक्षा परिषद में विस्तार होना चाहिए जिससे वैश्विक मुद्दों पर ज्यादा जिम्मेदारी के साथ विचार-विमर्श हो सके। हमारे मित्र भारत ने इसके लिए पहले ही आवश्यकता जताई है। वह स्थाई सदस्यता का बड़ा दावेदार है।
प्रवक्ता ने यूक्रेन को लेकर रूस के रुख का भी जिक्र किया। कहा, यूक्रेन की संप्रभुता का सम्मान होना चाहिए लेकिन रूस की हरकतें अभी भी पहले जैसी हैं। इस सिलसिले में रूस पर लगे प्रतिबंधों को और प्रभावी तरीके से लागू किए जाने की जरूरत है।
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