पेट्रोल के बाद अब पाकिस्तान में बिजली संकट
पाकिस्तान को पेट्रोल के बाद अब बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को आधी रात के बाद बिजली आपूर्ति में अचानक आई कमी के कारण राजधानी इस्लामाबाद, कराची, पेशावर, क्वेटा समेत देश का तकरीबन अस्सी फीसद हिस्सा अंधेरे में डूब गया। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने व्यवस्था में
इस्लामाबाद। पाकिस्तान को पेट्रोल के बाद अब बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को आधी रात के बाद बिजली आपूर्ति में अचानक आई कमी के कारण राजधानी इस्लामाबाद, कराची, पेशावर, क्वेटा समेत देश का तकरीबन अस्सी फीसद हिस्सा अंधेरे में डूब गया। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने व्यवस्था में शीघ्र सुधार का निर्देश दिया है।
पिछले एक महीने में बिजली आपूर्ति चौपट होने की यह चौथी बड़ी घटना है। इस संकट को लेकर विभागों की ओर से विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं। जल एवं बिजली मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गुड्डू पावर प्लांट की ट्रांसमिशन लाइन ट्रिप होने की वजह से नेशनल पावर ग्रिड की 500 किलोवाट की लाइनें प्रभावित हुई। तकनीकी खामी की वजह से जामशोरो और बिन कासिम पावर स्टेशनों को बंद करना पड़ा।
इसी विभाग के उप मंत्री आबिद शेर अली के मुताबिक बलूचिस्तान के नसीराबाद जिले में आतंकवादियों ने ट्रांसमिशन लाइन को बम से उड़ा दिया, जिससे यह संकट उत्पन्न हुई। अधिकारियों का कहना है कि बिजली आपूर्ति को धीरे-धीरे सुचारू किया जा रहा है।
पेट्रोल संकट के चलते आलोचनाओं का समाना कर रहे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के लिए बिजली संकट ने एक और मुसीबत खड़ी कर दी। मामले का संज्ञान लेते हुए उन्होंने संबंधित विभागों को आपात स्तर पर बिजली की आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए हैं।
दूसरी तरफ, बताया जा रहा है कि फर्नेस ऑयल की उपलब्धता में भारी कमी की वजह से बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है। इसके कारण 570 मेगावाट क्षमता वाले जामशोरो प्लांट में 170 और 700 मेगावाट क्षमता वाले मुजफ्फरगढ़ प्लांट से महज 360 मेगावाट बिजली का ही उत्पादन हो पा रहा है। मौजूदा समय में पाकिस्तान में बिजली की मांग 14 हजार मेगावाट है, जबकि उत्पादन क्षमता महज सात हजार मेगावाट ही है।