Move to Jagran APP

आइएस की धमकी से डरे अमेरिकी सैनिक, बंद किए फेसबुक-ट्विटर अकाउंट

जिस अमेरिकी सेना के सामने बड़े-बड़े लश्कर टिकने की हिम्मत नहीं करते उस सेना को आतंकी गुट आइएस ने बेहद खतरनाक धमकी दी है। इस धमकी के बाद अमेरिकी सैनिकों के परिवार अपनी पहचान छुपाने की कोशिश में लग गए हैं। आईएस ने लिखा है, 'अमेरिकी सैनिकों पीछे मुड़कर देखो।

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Sat, 17 Jan 2015 01:48 PM (IST)Updated: Sat, 17 Jan 2015 01:59 PM (IST)
आइएस की धमकी से डरे अमेरिकी सैनिक, बंद किए फेसबुक-ट्विटर अकाउंट

[newsroom@inext.co.in]

loksabha election banner

जिस अमेरिकी सेना के सामने बड़े-बड़े लश्कर टिकने की हिम्मत नहीं करते उस सेना को आतंकी गुट आइएस ने बेहद खतरनाक धमकी दी है। इस धमकी के बाद अमेरिकी सैनिकों के परिवार अपनी पहचान छुपाने की कोशिश में लग गए हैं। आईएस ने लिखा है, 'अमेरिकी सैनिकों पीछे मुड़कर देखो। हम आ रहे हैं, तुम हमें रोक नहीं सकते। हम तुम्हारे, तुम्हारी बीवी और बच्चों के बारे में सबकुछ जानते हैं। अमेरिकी सैनिकों हमारी नजर तुम पर है'।

बता दें आइएस ने अमेरिकन आर्मी के सेंट्रल कमांड का ट्विटर अकाउंट हैक करके ये धमकी उसी अकाउंट पर डाली है। इस धमकी के बाद अमेरिकी सैनिकों के परिवार दहशत में आ गए हैं।

एंबुश अटैक का खतरा

कई सैनिकों की पत्नियों ने अपनी और अपने बच्चों की पहचान छुपाने के लिए अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट को बंद कर दिया है। एक अमेरिकी सैनिक की पत्नी ने बताया कि उसने पूरी रात जागकर अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट से अपनी और अपने बच्चों की फोटो और सभी जानकारियां डिलीट की हैं। सैनिकों के परिवारों पर आतंकियों के एंबुश अटैक का खतरा मंडरा रहा है। एंबुश अटैक का मतलब है कि कोई एक आदमी भी हमलावर हो सकता है। ये हमला बच्चे के स्कूल जाते हुए हो सकता है। मॉल में शापिंग करते हुए हो सकता है। ये ऐसा हमलावर होता है जो आम नागरिक होता है। लेकिन आतंकियों का हमख्याल बन जाता है। ऐसे लोग आतंकियों की हमदर्दी में बड़ी घटनाओं को भी अंजाम दे सकते हैं।

एफबीआई ने जारी किया था अलर्ट

पेरिस में हुई ताजा आतंकी घटना ने अमेरिकी सैनिकों के परिवारों की दहशत और बढ़ा दी है. नवंबर में अमेरिकन इंटेलीजेंस एजेंसी एफबीआई ने भी अलर्ट जारी किया था। इस अलर्ट में अमेरिकी सैनिकों को होशियार रहने की हिदायत दी गई थी। एफबीआई ने चेताया था कि आतंकी अपने हम ख्याल लोगों को उकसाकर हमले को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए सैनिकों को हिदायत दी गई थी कि वो सोशल मिडिया पर अपनी जानकारियां बिल्कुल भी साझा ना करें। हालांकि अमेरिकी सेना ने उस अलर्ट को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया था लेकिन इस बार आइएस की इस धमकी ने अमेरिकी सेना के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी हैं।

आइएस के चलते अमेरिका पहुंचे कैमरन

पेरिस हमले के बाद आतंकवाद आइएस को खत्म करने के तौर-तरीकों पर बराक ओबामा से बातचीत के लिए ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन अमेरिका पहुंचे। वहीं, सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकियों ने 17 लोगों की सिर काटकर या गोली मार कर हत्या कर दी। वाशिंगटन पहुंचे कैमरन और ओबामा आतंकवाद, इस्लामिक स्टेट के खिलाफ संयुक्त अभियान, साइबर सुरक्षा समेत कई अन्य द्विपक्षीय हितों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करेंगे साथ ही खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान और सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने पर भी विचार किया जाएगा।

पढ़ें: पाक में शार्ली अब्दो के खिलाफ सड़कों पर उतरे धार्मिक संगठनमुंबई एयरपोर्ट पर मिली आइएस की पर्ची, हमले की धमकी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.