आइंस्टीन से ज्यादा बुद्धिमान है एनआरआइ छात्रा
लंदन। भारतीय प्रतिभा ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है। ब्रिटेन में भारतीय मूल की एक छात्रा ने बुद्धिमत्ता के मामले में भौतिक शास्त्र के महारथी वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन और भौतिकविद् स्टीफन हॉकिंग को मात दे दी है।
लंदन। भारतीय प्रतिभा ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है। ब्रिटेन में भारतीय मूल की एक छात्रा ने बुद्धिमत्ता के मामले में भौतिक शास्त्र के महारथी वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन और भौतिकविद् स्टीफन हॉकिंग को मात दे दी है।
ब्रिटिश मेनसा के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय डॉक्टर दंपति की बेटी 12 वर्षीय नेहा रामू ने मेनसा आइक्यू टेस्ट में 162 अंक हासिल किए। वह हॉकिंग, आइंस्टीन और माइक्रोसाफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स से ज्यादा बुद्धिमान है, जिनका आइक्यू करीब 160 है। ब्रिटेन में महज एक फीसद लोग ही उसके बराबर कुशाग्र हैं।
नेहा के माता-पिता ब्रिटेन में बसने से पहले भारत में रहते थे। उस समय नेहा की उम्र सात साल थी। 'द टेलीग्राफ' अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा में नेहा ने 280 में 280 अंक हासिल किए तब स्कूल का ध्यान उसकी प्रतिभा की ओर गया। दो साल बाद उसने उच्च आइक्यू वाले लोगों की सोसाइटी मेनसा का टेस्ट दिया। यह 18 साल से कम उम्र में सबसे ज्यादा संभावित अंक है।
उसकी मां जयश्री ने कहा, 'शुरुआत में मुझे उसकी प्रतिभा का अंदाजा नहीं था। मुझे उस पर गर्व है। हालांकि पिछले काफी समय से वह सभी टेस्टों में अच्छा कर रही है, लेकिन यह शानदार है।'
अपने माता पिता की तरह नेहा भी डॉक्टर बनना चाहती है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए उसने हार्वर्ड में जगह पक्की कर ली है। उसने अमेरिका के सैट टेस्ट में 800 में 740 अंक हासिल किए हैं। अमेरिकी कॉलेजों में प्रवेश के लिए सैट टेस्ट पास करना पड़ता है। हैरी पाटर की प्रशंसक नेहा ने माना कि मेनसा का टेस्ट काफी कठिन था। उसने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं मेनसा की सदस्य बन जाऊंगी।' उल्लेखनीय है कि जिंदा रहते हुए आइंस्टीन ने कभी आइक्यू टेस्ट नहीं दिया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि उनका आइक्यू स्तर 160 के करीब था।
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