पकड़े गए तो दी धौंस : अनंत सिंह के आदमी हैं, वर्दी उतरवा देंगे
पुलिस ने दो युवकों को अगवा कर भाग रहे पांच अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए अपहृतों को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने उन्हें पकड़ा तो उन्होंने मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह का करीबी होने की बात कह उनकी धौंस दी।
सारण। पुलिस ने दो युवकों को अगवा कर भाग रहे पांच अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए अपहृतों को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने उन्हें पकड़ा तो उन्होंने मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह का करीबी होने की धौंस देते हुए वर्दी उतरवा देने की धमकी दी।
अपहरण की सूचना मिलने पर एसपी सत्यवीर सिंह ने दरियापुर व परसा पुलिस को अलर्ट कर वाहन जांच का आदेश दिया। इसके बाद कार्रवाई की गई।
मढ़ौरा थाना क्षेत्र के बदरहियां गांव निवासी विक्रम लोचन सिंह पटना से अपने चारपहिया वाहन से वाराणसी के बड़ी पिरारी निवासी अपने मित्र सुनील कुमार सिंह उर्फ नन्हें सिंह के साथ बुधवार की रात्रि करीब आठ बजे तिलक समारोह में भाग लेने जा रहे थे। एनएच-19 पर सुमेरपट्टी के समीप जाम लगने के कारण वे गाड़ी से उतरे। इसी बीच कुछ बदमाश सफेद रंग की फोर्ड कार से उतरे और विक्रम लोचन सिंह तथा उनके मित्र को अपनी कार में जबरन बैठा चलते बने।
दोनों का अपहरण कर बदमाश पटना के रास्ते भागने लगे। इसी बीच छपरा में आयोजित तिलक समारोह में जा उनके अन्य रिश्तेदारों ने सारण के डीएम व एसपी को अपहरण की जानकारी दी। तब एसपी सत्यवीर सिंह ने शीघ्र ही दरियापुर और परसा पुलिस को कार्रवाई करने का आदेश दिया।
इसके बाद परसा व दरियापुर पुलिस ने वाहनों की जांच शुरू कर दी। परसा चेक पोस्ट पर जांच के क्रम में पुलिस ने नन्हें व विक्रम लोचन सिंह को कार से बरामद कर लिया। पुलिस ने उन्हें ले जा रहे पांच बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में बदमाशों ने स्वीकार किया कि उन्होंने 20 लाख रुपये की फिरौती वसूलने के लिए अपहरण किया था। फिरौती नहीं मिलने पर अपहृतों की गोली मारकर हत्या कर देने की योजना थी।
विक्रम लोचन सिंह के बयान पर परसा थाने में बदमाशों के खिलाफ अपहरण की एफआइआर दर्ज करायी गयी है। इसमें बक्सर निवासी धर्मेन्द्र कुमार, पटना के कन्हैया प्रसाद, रोणित कुमार, रांची के रवि कुमार व पटना के आकाश कुमार को अभियुक्त बनाया गया है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि बदमाश विधायक अनंत सिंह के नाम की धौंस देकर गिरफ्तारी से बचना चाह रहे थे। अपराधियों के पास उनकी गाड़ी के कागजात नहीं होने के कारण पुलिस उसे प्रथमदृष्टया चोरी की मान रही है।