विजय चौधरी होंगे बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष
जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी नए विधानसभा अध्यक्ष हो सकते हैं। उनके नाम पर महागठबंधन के घटक दलों में सहमति बन गई है। संसदीय मामलों के जानकार चौधरी नीतीश कुमार की पिछली सरकार में नंबर दो की हैसियत में थे।
पटना। जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी नए विधानसभा अध्यक्ष हो सकते हैं। उनके नाम पर महागठबंधन के घटक दलों में सहमति बन गई है। संसदीय मामलों के जानकार चौधरी नीतीश कुमार की पिछली सरकार में नंबर दो की हैसियत में थे। उनके पास कृषि, जल संसाधन और सूचना जनसंपर्क जैसे महत्वपूर्ण विभाग थे।
महागठबंधन में अब तक विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर ही सर्वाधिक जिच चल रही थी। विजय चौधरी के पहले इस पद के लिए राजद, कांग्र्रेस और जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं का नाम चल चल रहा था, लेकिन अंतत: सर्वसम्मति चौधरी के नाम पर बनी।
गांधी मैदान में शपथ ग्र्रहण समारोह से कुछ घंटे पहले गुरुवार को देर रात विजय चौधरी की लालू प्रसाद से मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि लालू अपने दल के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी को अध्यक्ष बनाना चाह रहे थे। कांग्र्रेस के सदानंद सिंह का नाम भी चर्चा में था, लेकिन आखिरकार चौधरी के नाम पर लालू ने भी सहमति दे दी।
हालांकि इस मामले का पटाक्षेप विधानसभा सत्र शुरू होने के बाद ही हो पाएगा, क्योंकि प्रोटेम स्पीकर द्वारा नए सदस्यों को शपथ दिलाने के बाद ही अध्यक्ष पद का चुनाव होगा। सबसे सीनियर विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाने की परंपरा है।
विजय चौधरी जदयू के वरिष्ठ नेता हैं। इसके पहले वह जदयू के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्ष 2010 में बिहार विधानसभा का चुनाव नीतीश कुमार ने चौधरी के नेतृत्व में ही लड़ा था, जिसमें 115 सीटों पर जदयू की जीत हुई थी। विधायक पिता जगदीश कुमार चौधरी के निधन के बाद बैंक अधिकारी की नौकरी छोड़कर राजनीति में प्रवेश करने वाले चौधरी इसके पहले कांग्र्रेस के प्रदेश महासचिव भी रह चुके हैं। वह पहली बार कांग्र्रेस के टिकट पर ही 1982 में विधायक चुने गए थे। 1995 तक कांग्र्रेस के टिकट पर दलसिंहसराय से जीतते रहे। 2005 में इन्होंने जदयू की सदस्यता ली और सरायरंजन से चुनाव भी लड़े। इनकी संगठन क्षमता को देखते हुए 2010 में इन्हें जदयू का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया।