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कुल्लू में हर रोज पहुंच रहे 10 हजार सैलानी

मैदानी क्षेत्रों में गर्मी से बचने के लिए देशभर के पर्यटकों ने कुल्लू-मनाली का रुख किया है। पर्यटन स्थल पर्यटकों से चहक उठे है।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Published: Mon, 13 Jun 2016 05:11 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jun 2016 05:13 PM (IST)

मनाली : मैदानी क्षेत्रों में गर्मी से बचने के लिए देशभर के पर्यटकों ने कुल्लू-मनाली का रुख किया है। पर्यटन स्थल पर्यटकों से चहक उठे है। हर रोज 8 से 10 हजार पर्यटक कुल्लू-मनाली पहुंच रहे हैं। रोहतांग के लिए वाहनों की संख्या सीमित होने के कारण सभी सैलानियों को रोहतांग जाने का मौका नहीं मिल रहा है। रोहतांग दर्रे के दीदार न कर पाने वाले सैलानी नदी किनारे डेरा डालने को मजबूर हैं। लाहुल और लेह के लिए परमिट लेने को दिनभर सैलानी और वाहन चालक कतारों में लग रहे हैं। माता हिडिंबा परिसर, मनु मंदिर, वशिष्ठ ऋषि मंदिर, गोम्पा, वन विहार, सोलंग, नेहरुकुंड, जगतसुख, नगर, जाणा वाटर फाल, बिजली महादेव, मणिकर्ण, कसोल, सोझा, जलोड़ी जोत सहित कुल्लू के समस्त पर्यटन स्थल सैलानियों से चहक उठे हैं। सैलानी इन वादियो का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। सेलानी नगवाईं-भुंतर से मनाली पलचान तक व्यास पर डेरा डाले हुए हैं। जिला पर्यटन अधिकारी रतन गौतम का कहना है कि कुल्लू-मनाली के सभी पर्यटन स्थलों में सैलानियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। सैलानियों को नदी किनारे नहीं जाने को प्रेरित किया जा रहा है। सभी चिह्नित स्थानों पर साइन बोर्ड लगाए गए हैं। सैलानियों से आग्रह है कि वे नदी किनारे न जाए। उधर, एसडीएम मनाली ज्योति राणा का कहना है कि रोहतांग जाने को ऑनलाइन परमिट जारी किए जा रहे हैं। सैलानी देशभर के किसी भी हिस्से में बैठकर रोहतांग दर्रे के लिए जाने से दो दिन पहले अपने वाहन की बुङ्क्षकग कर सकते हैं।

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