शिक्षा परियोजना कर्मियों की हड़ताल समाप्त
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के आह्वान पर एक महीने से चली आ रही परियोजना कर्मियों की हड़ताल सरकार से समझौते के बाद गुरुवार को समाप्त हो गई। ये कर्मी 18 जनवरी से हड़ताल पर चल रहे थे।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के आह्वान पर एक महीने से चली आ रही परियोजना कर्मियों की हड़ताल सरकार से समझौते के बाद गुरुवार को समाप्त हो गई। ये कर्मी 18 जनवरी से हड़ताल पर चल रहे थे। कर्मियो ने कई तरह के आंदोलन चलाये। परियोजना कर्मियों की कई मांगो को सरकार ने मान लिया है। रांची मे अनशन स्थल पर मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रुप में शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर हड़ताल समाप्त करायी। गुरुवार को विभागीय सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षारता विभाग झारखंड सरकार की उपस्थिति में राज्य परियोजना निदेशक, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद कर्मी संघ के अध्यक्ष राजीव शरण , सचिव व संघ के प्रतिनिधिमंडल के बीच परियोजना कर्मियों की लंबित मांगों के संबंध में वार्ता हुई। जिला शिक्षा विभाग कार्यालय मे सभी आंदोलनरत कर्मी शनिवार की सुबह 10:30 बजे योगदान देगे।
इन मांगो पर बनी सहमति
-छठे वेतनमान के आधार पर परिलब्धि का निर्धारण, समूह बीमा तथा चिकित्सा सेवा का लाभ एवं सेवा नियमितिकरण मामले मे स्कूली शिक्षा के सचिव एवं साक्षरता विभाग द्वारा एक कमेटी का गठन किया जाएगा जो परियोजना कर्मियों के लिए 1997-98 में चतुर्थ वेतनमान के आधार पर तय परिलब्धि को छठे वेतनमान के आधार पर निर्धारण के लिए अन्य राज्यों की व्यवस्था का अध्ययन कर परिलब्धि का निर्धारण, समूह बीमा, एवं चिकित्सा बीमा की पदवार सीमा का निर्धारण कर 15 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट अग्रेतर कार्रवाई के लिए सौंपेगी। आवश्यक प्रक्रिया पूरी करते हुए 20 मार्च 2016 तक इस पर राज्य कार्यकारिणी समिति की स्वीकृति प्राप्त कर ली जोगी। गठित कमेटी परियोजना कर्मियों की लंबी सेवा अवधि एवं इनके अनुभवों को देखते हुए अन्य राज्यों की व्यवस्था का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट पंद्रह दिनों के अंदर उपलब्ध कराएगी।
-18 जनवरी से 17 जनवरी 2016 तक की हड़ताल अवधि को कर्मियों के आर्जित अवकाश से समायोजित करते हुए इस अवधि का वेतन भुगतान जनवरी-फरवरी माह 2016 के वेतन के साथ भुगतेय होगा।