अशक्त युवती से दुष्कर्म के बाद क्रूरता से हत्या में सात दोषी करार
आखिर कब तक निर्भया मरती रहेगी, मृतका की बहन ने भी कहा है कि उन्हें अपनी बहन की पहचान उजागर करने में कोई आपत्ति नहीं है।' यह कहते हुए अदालत ने दुष्कर्म के बाद क्रूरता पूर्वक मार दी गई अशक्त नेपाली युवती के सात गुहनगारों को दोषी करार दिया।
जागरण संवाददाता, रोहतक। 'आखिर कब तक निर्भया मरती रहेगी, मृतका की बहन ने भी कहा है कि उन्हें अपनी बहन की पहचान उजागर करने में कोई आपत्ति नहीं है।' यह कहते हुए अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सीमा सिंहल ने दुष्कर्म के बाद क्रूरता पूर्वक मार दी गई अशक्त नेपाली युवती के सात गुहनगारों को दोषी करार दिया। सातों दोषियों को अदालत सोमवार को सजा सुनाएगी।
अदालत ने पीडि़ता का नाम उजागर करते हुए कहा- अाखिर कब तक मरती रहेगी निर्भया
वारदात के एक आरोपी ने गिरफ्तारी से पूर्व खुदकुशी कर ली थी और एक नाबालिग नेपाली आरोपी का केस किशोर न्यायालय में विचाराधीन है।
आरोपियों को अदालत से लककर आती पुलिस।
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सीमा सिंहल की अदालत में अशक्त नेपाली युवती से हैवानियत कर हत्या के केस की सुनवाई हुई। शुक्रवार को सातों आरोपियों को जिला कारागार से अदालत में पेश किया गया। सभी आरोपी सहमे हुए थे और उनके चेहरे से हवाइयां उड़ी थीं।
नौ दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म कर बेहद क्रूरता से कर दी थी नेपाली युवती की हत्या
लंच के बाद एडीजे सीमा सिंहल अदालत में पहुंचीं। चंद पंक्तियां दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं, पुलिस और आरोपियों के सामने कही। अधिवक्ता के मुताबिक उन्होंने पीडि़ताओं को निर्भया नाम देने पर भी सवाल उठाया। अदालत ने साफ कहा कि कब तक निर्भया मरती रहेगी। पीडि़ता मृतका की बहन ने भी कहा है कि उन्हें उसकी पहचान उजागर करने में कोई आपत्ति नहीं है। इसके बाद अदालत ने सात आरोपियों को दोषी करार दिया।
एक आरोपी को अदालत से ले जाते पुलिसकर्मी।
यह है दरिंदगी और हैवानियत की दास्तान
नेपाल निवासी अशक्त युवती मीना चिन्योट कॉलोनी निवासी बड़ी बहन व जीजा के घर आई हुई थी। 1 फरवरी, 2015 को अशक्त युवती घर से निकलकर रास्ता भटक गई। वह भटकते हुए हिसार रोड पर पहुंच गई। यहां से उसे घर पुहंचाने की बात कहकर जाने के दौरान गद्दीखेड़ी निवासी नौ युवक उसे बहला-फुसलाकर बहुअकबरपुर स्थित खेत में बने कोठरे में ले गए। यहां आरोपियों ने शराब पी और अशक्त नेपाली युवती से दरिंदगी की। दोषियों ने पीडि़ता से दुष्कर्म, कुकर्म कर हत्या कर दी थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ दरिंदगी का खुलासा
1 फरवरी को पीडि़ता के लापता होने के बाद 4 फरवरी को उसका शव बहुअकबरपुर के खेत में निर्वस्त्र पड़ा मिला था। शव को कुत्ते नोंच रहे थे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पीजीआइ के फोरेंसिक साइंस के विभागाध्यक्ष डॉ. एसके धत्तरवाल ने अपनी रिपोर्ट में जो रिपोर्ट दी वह दिल दहलाने वाली थी।
एक आरोपी को अदालत से ले जाता पुलिसकर्मी।
एक आरोपी ने कर ली थी आत्महत्या, नाबालिग आरोपी का मामला किशोर न्यायालय में विचाराधीन
उन्होंने रिपार्ट में कहा कि इस केस में दिल्ली निर्भया केस की भी हदें पार की गई हैं। युवती के शरीर से सीमेंट की चादर और कंडोम बरामद हुआ था। सीमेंट की चादर पीछे से शरीर में घुसाई गई थी। इससे उसके शरीर में गहरे जख्म हो गए थे। आरोपियों ने उसके सिर पर भी प्रहार किया था। गहरी चोटों के कारण ही युवती की मौत हुई थी। इस मामले में नौ आरोपियों के नाम सामने आए थे। इनमें एक आरोपी सोमबीर ने खुदकुशी कर ली थी और एक नाबालिग आरोपी का केस किशोर न्यायालय में विचाराधीन है।
दोषी करार दिए गए हैवान-
1. राजेश उर्फ घुचडू
2. सुनील उर्फ शीला
3. सरवर
4. मनबीर
5. सुनील उर्फ माधा
6. पवन
7. प्रमोद उर्फ पदम