प्राथमिक स्कूलों में सीबीएसई की तरह पढ़ाई की तैयारी
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) की तर्ज पर किए
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) की तर्ज पर किए जाने की तैयारी चल रही है। इसके तहत स्कूलों के खुलने, बंद होने का समय एक करने के साथ विषयवार प्रति घंटे पढ़ाई कराई जाएगी। बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ रचनात्मक कार्यो को बढ़ावा दिया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद ने इसका प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है। नई व्यवस्था में स्कूल सुबह नौ बजे खुलकर तीन बजे बंद होंगे।
सीबीएसई बोर्ड में बच्चों को पढ़ाने के साथ उनके अंदर रचनात्मक कौशल विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है। विद्यालयों के खुलने बंद होने का समय प्रत्येक मौसम में एक रहता है। हर घंटे अलग-अलग विषयों की पढ़ाई कराई जाती है जिसका बच्चों पर अच्छा प्रभाव देखने को मिलता है। परिषदीय विद्यालयों में ऐसी व्यवस्था नहीं है। इसके चलते बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि नहीं रहती। साल भर में विद्यालय का समय दो बार परिवर्तित किया जाता है। कुछ जिलों में बेसिक शिक्षाधिकारी अपनी सुविधा अनुसार विद्यालय चलाते हैं। परंतु नए प्रस्ताव में प्रदेशभर के विद्यालयों में सालभर की समय सारणी एक करने की तैयारी है। इसके तहत विद्यालय सुबह नौ बजे खुलकर दोपहर तीन बजे बंद होंगे। बेसिक शिक्षा परिषद सचिव संजय सिन्हा ने कक्षा एक से आठ तक के परिषदीय विद्यालयों के लिए नया प्रस्ताव तैयार किया है। जिसे शासन को भेजा जाएगा। अगर सबकुछ ठीक रहा तो जनवरी से विद्यालयों में नई समय सारणी लागू हो जाएगी।
सचिव संजय सिन्हा का कहना है कि मौसम के अनुरूप समय बदलने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। इसके मद्देनजर सालभर के लिए एक समय व पढ़ाई का एक पैटर्न लागू कराने के लिए प्रस्ताव तैयार करा रहा हूं, शासन से अनुमति लेकर उसे जल्द लागू करने की तैयारी है।