नदिया बना देश का पहला खुले में शौच-मुक्त जिला
पश्चिम बंगाल का नदिया खुले में शौच-मुक्त देश का पहला जिला बन गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कृष्णनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा की।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। पश्चिम बंगाल का नदिया खुले में शौच-मुक्त देश का पहला जिला बन गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कृष्णनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा की।
उन्होंने कहा कि मैं नदिया को खुले में शौच-मुक्त देश का पहला जिला घोषित करके काफी गर्व महसूस कर रही हूं। इस उपलब्धि के लिए मैं नदिया जिला प्रशासन को बधाई देती हूं और विश्व बैंक व यूनीसेफ के अधिकारियों का भी शुक्रिया अदा करती हूं। हमने यह अभियान 19 नवम्बर, 2013 को शुरू किया था और दो वर्ष के अंदर ही हमने इस लक्ष्य को प्राप्त कर लिया। हम इसमें पूरी तरह सफल रहे हैं। मुझे यह कहते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है कि खुले में शौच-मुक्त होने वाले देश के पहले तीन जिले पश्चिम बंगाल से होंगे। इनमें नदिया के अलावा हुगली और बर्धमान शामिल होंगे। चौथा जिला राजस्थान का बीकानेर होगा। हमारा अनुपात 3:1 का है। हमने सबको पीछे छोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री ने 30 अप्रैल को 'निर्मल बांग्ला दिवस घोषित करते हुए कहा कि हम बंगाल को स्वच्छ रखने की शपथ लेते हैं और निर्मल बांग्ला का निर्माण करेंगे। मैंने इसके लिए सभी को जिम्मेदारी लेने को कहा है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नदिया जिला प्रशासन को स्मृति चिन्ह एवं अपनी एक पेंटिंग भेंट की, जिसे जिलाधिकारी ने ग्रहण किया।
कार्यक्रम में उपस्थित यूनीसेफ इंडिया के प्रतिनिधि डेविड मैकलौघलिन ने जिले के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने प्रशंसनीय काम कर दिखाया है। उनकी उपलब्धि से अन्य जगहों को भी खुले में शौच-मुक्त करने की प्रेरणा मिलेगी।