मृत्युभोज की आड़ में चार नाबालिग बेटियों की शादी
बच्चियों के परिवार के लोगों को बुधवार को बाल विवाह का पता चला। इनमें एक बच्ची को तो गोद में फेरे करवाए गए।
जयपुर। तमाम कानूनों के बावजूद राजस्थान में बाल विवाह के मामलो में कमी नहीं आ रही है। भीलवाड़ा जिले के करेड़ा क्षेत्र के गाजूणा गांव में तीन दिन पहले एक महिला ने अपने भाइयों के साथ मिल कर चार बच्चियों का विवाह करवा दिया। इनमें से तीन महिला की और एक उसके भाई की बेटी है। इनकी उम्र 12, 8, 4 और 2 वर्ष है।
बच्चियों की मां और मामाओं ने विरोध को देखते हुए मंगलवार आधी रात के बाद विवाह करवा दिया गया जबकि विवाह गुरुवार को होना था। यह विवाह एक मृत्युभोज की आड़ में किया गया।
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पुलिस और प्रशासन को सूचना मिलने से पहले ही इन्होंने बच्चियों को मौके से गायब कर दिया। बाद में अधिकारियों के दबाव के बाद उन्हें बुलाया गया। बाल विवाह कराने वाली महिला के पति की एक वर्ष पहले मौत हो गई थी और महिला बेटियों को लेकर अपने पीहर में आ गई थी। चाचा और दादी ने इसका विरोध किया।
बारात में महज 20 से 25 लोग शामिल हुए। विवाह भी गांव से बाहर किया गया। इससे ग्रामीणों को भनक तक नहीं लगी। बच्चियों के परिवार के लोगों को बुधवार को बाल विवाह का पता चला। इनमें एक बच्ची को तो गोद में फेरे करवाए गए।