रिश्वत लेने के आरोपी आयकर अधिकारी को पुलिस से मदद से किया काबू
केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआइ ने कल लखनऊ स्थित आयकर भवन में छापा मारा। लखनऊ रेंज पांच के आयकर अधिकारी निरंजन कुमार को दो लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सीबीआइ को काफी मशक्कत करनी पड़ी। अधिकारी को बचाने में उसके कुछ सहयोगियों ने आयकर भवन में गई
लखनऊ। केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआइ ने कल लखनऊ स्थित आयकर भवन में छापा मारा। लखनऊ रेंज पांच के आयकर अधिकारी निरंजन कुमार को दो लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सीबीआइ को काफी मशक्कत करनी पड़ी। अधिकारी को बचाने में उसके कुछ सहयोगियों ने आयकर भवन में गई सीबीआइ टीम पर हमला बोल दिया और आग से बचाव के लिए रखे गए यंत्र को सीबीआइ कर्मियों के मुंह पर खोल दिया। पुलिस, आरएएफ और पीएसी के मौके पर पहुंचने के बाद स्थिति सामान्य हुई। आयकर विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया।
सीबीआइ प्रवक्ता के मुताबिक सीबीआइ को राजधानी के आशियाना निवासी कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोपराइटर जयकेश त्रिपाठी ने शिकायत की थी कि उनका वर्ष 2011-12 को वार्षिक मूल्यांकन करने के लिए आयकर अधिकारी दस लाख रुपये घूस मांग रहे हैं। सीबीआइ ने इसका सत्यापन करते हुए आयकर अधिकारी को पकडऩे के लिए जाल बिछाया। सीबीआइ ने केमिकल लगे दो लाख रुपये शिकायतकर्ता को दिए और उसे आयकर अधिकारी के पास भेज दिया। बताते हैं कि जब शिकायतकर्ता ने दो लाख रुपये निरंजन कुमार को दिए तो उन्हें कुछ शक हो गया। इसके बाद उसे बंधक बना लिया। इस दौरान किसी तरह उसने सीबीआइ को फोन कर दिया।
सीबीआइ की टीम तत्काल हजरतगंज स्थित आयकर भवन पहुंची तो निरंजन कुमार के सहयोगियों ने घेरेबंदी कर दी। सीबीआइ टीम ने हालात बेकाबू होते देख पुलिस और पीएसी बुला ली। इसके बाद आयकर अधिकारी पर काबू पाया जा सका। सीबीआइ ने निरंजन कुमार को गिरफ्तार करते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत उन पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। निरंजन कुमार के कार्यालय और आवास से भी कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं।