अवैध निर्माण करने वाले 88 बिल्डरों पर मामला दर्ज
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के भवन विभाग ने अवैध निर्माण करने वाले 88 बिल्डरों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के भवन विभाग ने अवैध निर्माण करने वाले 88 बिल्डरों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। निगम के सेंट्रल जोन के भवन विभाग ने अभियान के तहत 11 भवनों से अवैध निर्माण हटाया। इस साल जनवरी महीने से 9 मार्च तक सेंट्रल जोन के भवन विभाग ने 117 संपत्तियों पर कार्रवाई की है। इसमें जनवरी से मार्च महीने तक 88 बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
निगम के मुताबिक लाजपतनगर के विनोबापुरी में दो फ्लोर को तोड़ा गया। कालकाजी एफ ब्लॉक में पूरे तीसरे फ्लोर को, ईस्ट ऑफ कैलाश के गढ़ी प्रकाश मोहल्ला में एक इमारत के तीसरे फ्लोर को तोड़ा गया। ईस्ट ऑफ कैलाश के मसीह गढ़ में दूसरे फ्लोर को तोड़ा गया। ओखला फेज-2 में डीएसआइडीसी के शेड नंबर 2 के पहले फ्लोर पर एक्शन लिया गया। ईस्ट ऑफ कैलाश के अमृत पुरी के ए ब्लॉक मे एक ब्लॉक के चौथे फ्लोर और बी ब्लॉक में एक बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर को तोड़ा गया। लाजपत नगर रिंग रोड में पूरी प्रॉपर्टी को सील कर दिया गया। सेंट्रल जोन के अधिकारी ने बताया कि जिन 11 संपत्तियों पर बुधवार को तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई, उसमें अवैध निर्माण नोटिस देने के बाद भी तोड़ा नहीं गया था। इस तरह की कार्रवाई में पुलिस का भी सहयोग लिया गया।
21 संपत्तियां की गईं सील
जनवरी से अभी तक ग्रेटर कैलाश, डिफेंस कॉलोनी, भोगल, गोविंंदपुरी, कालकाजी, बदरपुर, सरिता विहार , निजामुद्दीन, दरियागंज, अमर कॉलोनी, लाजपत नगर जैसी जगहों पर कार्रवाई की गई। इनमें से 21 संपत्तियों को सील कर दिया गया। इन संपत्तियों में अवैध निर्माण के साथ मिस यूज और अवैध सेल टॉवर भी लगाए गए थे।