आंखों में जलन, फूल रही सांसे
जागरण संवाद केंद्र, बहादुरगढ़ : धुएं और धुंध से मिलकर बनी स्मोग की चादर ने पूरे क्षेत्र को अपनी आगोश में ले लिया है। आंख, हृदय और सांस से पीड़ित मरीज ही नहीं, बल्कि स्वस्थ लोगों के लिए भी इसने परेशानी खड़ी कर दी है। चिकित्सकों ने लोगों को इससे बचने की सलाह दी है।
सुबह हो, दोपहर या फिर शाम। तीनों पहर धूल और धुएं की दूधिया चादर आखों में जलन और सांसों में घुटन पैदा कर रही है। आम दिनों की अपेक्षा सामान्य अस्पताल में मंगलवार को आंखों की बीमारी के इलाज के लिए ज्यादा मरीज पहुंचे। ज्यादातर मरीजों की आंखों में जलन की शिकायत थी। इसके अलावा सांस और हृदय राग से पीड़ित मरीज भी नियमित जांच के लिए अस्पताल पहुंचे। नेत्र चिकित्सक ओमवीर राठी का कहना है कि धुआं व धुंध से मिलकर बनी स्मोग आंख, गला, नाक व दमा रोगियों के लिए मुसीबत बन रहा है। इसके कारण आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी हो रही है। हृदय रोगियों को भी इससे काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि इससे आंखों से पानी आना, आंखें लाल हो जाना व आंखों में जलन की समस्या पैदा होती है। उधर, मौसम विभाग ने एसपीएम का स्तर मापने की कार्रवाई की। हालांकि इसकी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। उन्होंने वर्तमान मौसम में घर से बाहर निकलते समय आंखों पर चश्मा व दुपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट का प्रयोग करने की सलाह दी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने घर से बाहर कम निकलने की सलाह दी है।
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