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कागज पर तो बना डाले शौचालय !

By Edited By: Published: Wed, 25 Jul 2012 09:33 PM (IST)Updated: Wed, 25 Jul 2012 09:39 PM (IST)
कागज पर तो बना डाले शौचालय !

लातेहार: पौ फटने को है कुमण्डीह,बेंदी व डेमु समेत ग्रामीण इलाकों की महिलाएं हाथों में लोटा लिये सुनसान में स्थित रेल पटरियों की ओर रूख कर रही हैं। देखते ही देखते शौच के लिए महिलाओं का जुटान रेल पटरियों के दोनों ओर हो जाता है। ऐसा इसलिए कि उनके घरों में शौचालय की व्यवस्था नहीं है। कई बार शौच क्रिया के लिए आने-जाने के दौरान महिलाएं ट्रेन की चपेट में आने से बच चुकी हैं। घरों में शौचालय नहीं होने के कारण चेटर,छिपादोहर,रिचुघुटा कुमण्डीह,बेंदी व डेमु गांव में यह क्रम वर्षो से चला आ रहा है। लेकिन मामले की सुध लेने वाला कोई नहीं है।

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वहीं प्रशासन लातेहार जिले को पूर्ण स्वच्छ बनाने का दंभ भर रहा है। वर्तमान समय में गांव में जा कर अधिकारी भ्रमण करें तो जिले के संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत पूर्व में बनाए गए शौचालय निर्माण की जमीनी हकीकत देख उनके पांव तले जमीन खिसक जाएगी। जिले में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान में कागज पर शौचालय पूर्ण दिखा कर एनजीओ के माध्यम से करोड़ों रुपये की बदरबांट कर ली गई है।

क्या है उद्देश्य: सम्पूर्ण स्वच्छता अभिायान के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को पूर्ण स्वच्छ वातावरण बनाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर जिले के विभिन्न स्वंय सेवी संस्थाएं के माध्यम से हजारों शौचालयों का निर्माण कर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाना है।

क्या है लागत: संपूर्ण स्वच्छता अभियान द्वारा शौचालय निर्माण के लिए पहले 1200 सौ व दूसरे प्राक्कलन में 22 सौ रुपये व 2011-12 से 3500 सौ रुपये मिलते हैं। संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय का निर्माण करने के लिए सारी जिम्मेवारी विभिन्न एनजीओ को दी गई है।

जागरूकता का अभाव: संपूर्ण स्वच्छता अभियान द्वारा शौचालय के प्रति जागरूकता लाने के लिए विभिन्न एनजीओं को करोड़ों रुपये दिए गए हैं परंतु स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा मात्र कागजों पर ग्रामीणों को जागरूक किया गया। वास्तविकता यह है कि विभाग द्वारा बनाएं गये शौचालय बेकार पड़े हैं। ग्रामीण इस शौचालय का उपयोग नहीं कर रहे है । सबसे दुखद: बात यह है कि आज भी सरकारी आंकड़ों में पूर्ण शौचालय अधूरे पड़े हैं।

क्या है लक्ष्य: जिले को पूर्ण स्वच्छ बनाने के लिए लक्ष्य का निर्धारण किया गया है जिसमें बीपीएल के लिए शौचालय निर्माण करने के लिए 85502,एपीएल 14552,आंगनबाड़ी 649, स्कूल 2057 शौचालय निर्माण करने की योजना है।

कितने हुए पूरे: जिले में शौचालय निर्माण कार्य कागजी आकड़ों में लगभग पूरा कर लिया गया है। इसमें से बीपीएल 63670, एपीएल में 4370, विद्यालय 1029 भवनों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अभियान के तहत अब तक जिले में लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए है।

कोट

पूर्व में कम प्राक्कलन में बनाए जाने कारण शौचालय का प्रयोग ग्रामीण नहीं कर सकें परंतु वर्तमान में 35 सौ रुपये वाले शौचालय का प्रयोग ग्रामीण कर रहे है।

शाहीद, जिला समन्वयक लातेहार।

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