Move to Jagran APP

कागज पर बना डाले शौचालय

By Edited By: Published: Sun, 15 Apr 2012 10:04 PM (IST)Updated: Sun, 15 Apr 2012 10:04 PM (IST)
कागज पर बना डाले शौचालय

लातेहार : प्रशासन सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के कागजी आंकड़ों में शौचायल का निर्माण पूर्ण दिखा कर एनजीओ के माध्यम से सरकार के करोड़ों रुपये का बदरबांट कर लिया गया है।

loksabha election banner

वर्तमान समय में गांव में जा कर अधिकारी भ्रमण करें तो जिले के संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत पूर्व में बनाए गए शौचालय निर्माण की जमीनी हकीकत देख पांव तले जमीन खिसक जाएगी।

2004 में शुरू हुई योजना : संपूर्ण स्वच्छता विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों शौचालय निर्माण के लिए योजना 2004 में शुरू की गई।

क्या है योजना: सरकार द्वारा पूरे राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वालों को पूर्ण स्वच्छता प्रदान करने के लिए शौचालय का निर्माण करना है।

क्या है उद्देश्य: सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को पूर्ण स्वच्छ बनाने के उदे्श्य से विभाग ने करोड़ों रुपये खर्च कर जिले के विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाएं के माध्यम से हजारों शौचालयों का निर्माण कर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाना है।

क्या है लागत: संपूर्ण स्वच्छता अभियान द्वारा शौचालय निर्माण के लिए अब तक विभिन्न राशि का निर्धारण हुआ है पहला 1200 सौ व दूसरे प्राक्कलन में 22 सौ रुपये , प 2011-12 से 3500 सौ रुपये मिलते है।

एनजीओ के माध्यम से होता है शौचालय का निर्माण: संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय का निर्माण करने के लिए सारी जिम्मेवारी विभिन्न एनजीओ को दी गई है।

जागरूकता का अभाव: संपर्ण स्वच्छता अभियान द्वारा शौचालय के उपयोग करने के प्रति जागरूकता लाने के लिए विभिन्न एनजीओ को करोड़ों रुपये दिए गए है परंतु स्वयं सेवी संस्थाओं ने भी मात्र कागजों पर ग्रामीणों को जागरूक किया है। वास्तविकता यह है कि विभाग द्वारा बनाएं गए शौचालय बेकार पड़ है। ग्रामीण इस शौचालय का उपयोग नहीं कर रहे है । सबसे दुखद: बात यह है कि आज भी सरकारी आकडों में पूर्ण शौचालय अधूरे प़ड़े है।

क्या कहते हैं ग्रामीण: इस संबंध में ग्रामीणों ने कहा कि हम लोग ऐसे शौचालय में शौच कैसे करेंगे जिसमें अच्छी तरह से बैठा भी नहीं जा सकता है। ग्रामीणों का साफ कहना था कि सरकार ऐसे योजना बनाती ही क्यों है जिसका कोई मतलब नहीं होता है। ग्रामीणों ने बताया कि कोई भी अधिकारी व एनजीओ के लोग शौच करने के लिए जागरूक नहीं करने आए है ।

क्या है लक्ष्य: जिले को पूर्ण स्वच्छ बनाने के लिए लक्ष्य का निर्धारण किया गया है जिसमें बीपीएल के लिए शौचालय निर्माण करने के लिए 85502,एपीएल 14552,आंगनबाड़ी 649, स्कूल 2057 शौचालय निर्माण करने की योजना है।

कितना पूरा हुआ काम : जिले में शौचालय निर्माण कार्य कागजी आकड़ों में लगभग पूरा कर लिया गया है। इसमें से बीपीएल 63670, एपीएल में 4370, विद्यालय 1029 भवनों व आंगनबाड़ी केंद्रो में शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

कितना हुआ खर्च: संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत अब तक जिले में लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए है।

कोट

पूर्व में कम प्राक्कलन में बनाए जाने कारण शौचालय का प्रयोग ग्रामीण नहीं कर सकें, परंतु वर्तमान में 35 सौ रुपये वाले शौचालय का प्रयोग ग्रामीण कर रहे हैं।

शाहिद, जिला समन्वयक पेयजल स्वच्छता विभाग,लातेहार।

शौचालय निर्माण के तहत विभिन्न प्राक्कलन के अनुसार बनाए गए शौचालय निर्माण

वर्ष प्राक्कलन शौचालय

वर्ष-2004 425 670

वर्ष-2006,07 1200 12000

वर्ष-2008,10 2200 21574

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.