उदयनाचार्य की भूमि बनेगा पर्यटन स्थल!
शिवाजीनगर, संसू : महान दार्शनिक उदयनाचार्य की भूमि पर्यटन स्थल बन सकता है। बिहार सरकार के कला एवं संस्कृति विभाग ने इसका जायजा लिया है। रविवार को उदयन डीह पहुंचे इस विभाग की टीम ने स्थल एवं मिट्टी के साथ-साथ मूर्तियों तथा बिखरे अवशेषों का जायजा लिया। कुछ पत्थर के टुकड़े भी नमूने के तौर पर टीम के सदस्यों ने लिये। इसकी अगुआई कर रहे विभाग के संरक्षण पदाधिकारी सत्यदेव राय ने डीह पर पड़े अवशेषों को ग्रेम पोटरी बताते हुए कहा कि चौथी शताब्दी में उक्त स्थान पर बडे़ पैमाने पर मिट्टी का बर्तन तैयार कर निर्यात किया जाता रहा होगा। वहीं हीड पर रखे पुरानी मूर्तियों को उन्होंने 9 वीं सदी का बताया। इस दौरान पदाधिकारी ने स्थानीय करियन के ग्रामीणों से भी घंटों पूछताछ कर जानकारी ली तथा लाल एवं काला पत्थर का नमूना लिए पटना रवाना हो गए। मौके पर अंचल निरीक्षक एवं राजस्व कर्मचारी भी मौजूद थे। अचानक सरकार के नुमाइंदों को डीह का जायजा लेने से क्षेत्र के लोगों में पर्यटन स्थल के रूप में परिवर्तन होने की आश जग गई है। स्थानीय लोगों की माने तो विधान पार्षद डा. विनोद कुमार चौधरी द्वारा करियन स्थित उदयनाचार्य के डीह एवं अवशेषों के संरक्षण की मांग की गयी थी। उक्त आलोक में ही यह पहल प्रारंभ हुई है।
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