सरकारी गाड़ी से नहीं चलेंगी महापौर
बरेली, जागरण संवाददाता: स्टेडियम रोड के निर्माण कार्य को देखने जा रही महापौर सुप्रिया ऐरन का मूड बिगड़ गया। बारादरी थाने के पास अम्बेसडर बंद हो गई। उनके साथ चल रहे स्टाफ को धक्का लगाना पड़ा लेकिन फिर भी गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई। तब महापौर को लिफ्ट मांगकर घर आना पड़ा।
अब महापौर ने तय कर लिया है, सरकारी गाड़ी में नहीं बैठेंगी। शहर में अपनी गाड़ी से घूमेंगी। वैसे उनके लिए कार्यकारिणी समिति 5 लाख की लागत से नई अम्बेसडर खरीदने का प्रस्ताव पास कर चुकी है। इससे पहले भी एक बार गाड़ी खरीदने के लिए प्रस्ताव लाया गया था लेकिन महापौर ने मना कर दिया था। दूसरी बार में राजी हुईं तो शासन से न हो गई। शासन ने प्रस्ताव पर कह दिया कि सरकारी खर्च को घटाने के प्रयास चल रहे हैं, लिहाजा महापौर के लिए नई गाड़ी खरीदने को हरी झंडी नहीं दी जा सकती। ऐसे में महापौर पुरानी गाड़ी से ही चल रही थीं, जो पिछले महापौर के कार्यकाल में खरीदी गई थी। पूछने पर सुप्रिया ऐरन ने 'जागरण' को बताया कि गाड़ी पुरानी होने से एक तो डीजल ज्यादा खर्च हो रहा है, दूसरे मरम्मत के लिए आए दिन मैकेनिक के पास भेजना पड़ती है। इसी के मद्देनजर नगर निगम के कार्यो से शहर में अपनी गाड़ी से चलेंगी।
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