लैंड रेवेन्यू एक्ट में संशोधन का काम आखिरी चरण में : तोता सिंह
जागरण संवाददाता, जालंधर जमीन-जायदाद से संबंधित लंबित केसों के त्वरित निपटारे के लिए पंजाब लैंड रेव
जागरण संवाददाता, जालंधर
जमीन-जायदाद से संबंधित लंबित केसों के त्वरित निपटारे के लिए पंजाब लैंड रेवेन्यू एक्ट में संशोधन का काम आखिरी पड़ाव में पहुंच गया है। फाइनेंसियल कमिश्नर रेवेन्यू (एफसीआर) व एनआरआइ कमिश्नर इस संदर्भ में काम कर रहे हैं। प्रस्तावित रिपोर्ट के मुताबिक अब दस एकड़ से कम जमीनी विवाद तहसीलदार के पास दाखिल होंगे, जिनकी अपील डिवीजनल कमिश्नर सुनेंगे। दस एकड़ से ज्यादा के केस सीधे एसडीएम के पास दाखिल होंगे, जिनकी अपील एफसीआर ही सुनेंगे। वहीं मौजूदा व्यवस्था के तहत लोगों को पहले तहसीलदार, एसडीएम, डीआरओ, डिवीजनल कमिश्नर व फिर एफसीआर तक जाना पड़ता है।
एनआरआइ मामलों के मंत्री तोता सिंह ने कहा कि इससे न सिर्फ एनआरआइज बल्कि जमीन विवाद से संबंधित सभी लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि एनआरआइ से संबंधित केसों के निपटारे के लिए जालंधर में स्थापित फास्ट ट्रैक कोर्ट में अत्याधिक केस होने की वजह से जालंधर के अलावा मोगा व लुधियाना में दो और फास्ट ट्रैक अदालतें खोली जाएंगी। इसके अलावा एनआरआइ की समस्याओं पर सुनवाई व निपटारे के लिए सारे जिलों में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया जाएगा। तोता सिंह ने कहा कि एनआरआइ के खिलाफ 854 पीओ केस दर्ज किए गए हैं। इन केसों के बारे में गृह विभाग को रिव्यू करने के लिए कहा गया है, ताकि एनआरआइज को जल्द इंसाफ मिले। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों जालंधर में हुए एनआरआइ संगत दर्शन में 67 शिकायतें मिली थीं, जिसमें से 38 का निपटारा किया जा चुका है। बाकी लंबित शिकायतों के निपटारे में भी तेजी लाने के लिए कहा गया है। इस मौके पर एनआरआइ मामलों के प्रमुख सचिव संजय कुमार, डीसी कमल किशोर यादव, पुलिस कमिश्नर युरिंदर सिंह हेयर, एसएसपी नरिंदर भार्गव, एआइजी तुलसी राम, एडीसी गिरीश दयालन, एसडीएम नकोदर जसबीर सिंह, वरिंदरपाल सिंह बाजवा, रजत ओबराय, संजीव शर्मा, सहायक कमिश्नर दमनदीप कौर समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
असी निगाह नहीं रखांगे तां एह पैसा गोल कर जाणगे
मंत्री तोता सिंह ने शनिवार को बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में एक सवाल का जवाब दिया तो पूरे हाल में ठहाके लगने लगे। मीडिया ने पूछा था कि एनआरआइ सभा में सियासी लोग क्यों घुसे हुए हैं। संस्था पूर्ण रूप से एनआरआइ के हवाले रखनी चाहिए। इसके जवाब में जत्थेदार तोता सिंह ने कहा जै आपां विच जाके निगाह नहीं रखांगे ते एह तां एक-दूजे दा सिर फाड़ देणगे। नाले पैसे ही गोल कर देणगे। इस वासते आपां विच रहके निगाह रखी होई है।