शिल्पांचलवासी भूले स्वच्छ भारत अभियान का सपना
जागरण संवाददाता, आसनसोल : दीपावली के उमंग में डूबे शिल्पांचलवासी स्वच्छ भारत अभियान को पूरी तरह से भ
जागरण संवाददाता, आसनसोल : दीपावली के उमंग में डूबे शिल्पांचलवासी स्वच्छ भारत अभियान को पूरी तरह से भूल गए। जिससे दीपावली बीतने के साथ ही शहर में स्वच्छ भारत का सपना भी जैसे चकनाचूर हो गया। शनिवार तक शहर के विभिन्न हिस्सों में कूड़ा करकट बिखरा रहा। कहीं दीपावली के दिन हुई खरीदारी के बाद फलों की पेटियां, कार्टून बिखरे थे, तो कहीं पूजा के बाद प्रसाद व खिचड़ी भोग खाकर फेंके गये थर्मोकाल व पत्तों से बने थाली, वहीं कई जगह पर दीपावली की रात्रि जलाए गए पटाखों का कूड़ा भी देखा गया। वहीं शहर के कूड़ेदान तो कचड़े से जैसे अटे पड़े है। दीपावली पर लोगों ने उत्सव का आनंद लिया, लेकिन इसके 48 घंटे बाद भी शहर को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी किसी ने नहीं समझी। बाजार के कुछ इलाकों में निगम कर्मी सफाई करते दिखे। लेकिन उनलोगों ने सिर्फ कूड़ेदानों से कूड़े उठाए।
जीटी रोड से लेकर विभिन्न गली मोहल्ले की सड़कें गंदगी से पटी रही। धनतेरस से लेकर दीपावली तक दुकानदारी करने वालों ने भी दुकानदारी समेटने के बाद सफाई करने की जहमत तक नहीं उठाई। वहीं अभी तक न ही कोई संगठन और न ही भाजपा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना की सुध लेते दिखे। जबकि इस अभियान के शपथ लेने के दौरान कहा गया था कि सफाई किसी दिन विशेष नहीं, बल्कि निरंतर बनाये रखने की प्रक्रिया है, सफाई में निरंतरता से शहर और देश को स्वच्छ व स्वस्थ बनाया जा सकता है।