आखिर मौत से हार गए राजेश गुप्ता
जागरण संवाददाता, कठुआ : ब्रेन हेमरेज के कारण आठ दिन से जिदंगी की जंग लड़ रहे राष्ट्रीय सूचना विज्ञान
जागरण संवाददाता, कठुआ : ब्रेन हेमरेज के कारण आठ दिन से जिदंगी की जंग लड़ रहे राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र कठुआ के जिला अधिकारी सह निदेशक राजेश गुप्ता आखिर मौत से हार गए। वीरवार को रात करीब दो बजे उनका निधन हो गया।
राजेश गुप्ता के निधन से जिला मुख्यालय पर शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार दोपहर शहर के मुख्य श्मशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके इकलौते आठ वर्षीय बेटे अदित ने जब पिता की चिता को मुखग्नि दी तो माहौल गमगीन हो गया। युवा अवस्था में राजेश की मौत से प्रशासनिक खेमे में भी उदासी है। अंतिम संस्कार में डीसी शाहिद इकबाल, एससएपी पवन परिहार सहित जिला व राज्य के कई अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री मंगत राम शर्मा, विधायक चरणजीत सिहं, पूर्व विधायक सहित कई राजनीतिज्ञों और शहर के गणमान्यों ने शामिल होकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी। सभी ने कहा कि 47 वर्षीय राजेश गुप्ता की मौत जहां उनके परिवार के लिए बड़ी क्षति है, वहीं जिला प्रशासन ने एक कुशल, ईमानदार, सादगी और सहज स्वभाव मिलनसार सहयोगी खो दिया है। वह अपने पीछे पत्नी, एक बेटा, मां, दो भाई और चार बहने छोड़ गए हैं। राजेश सबसे छोटे थे। गौरतलब है कि बुधवार 15 अक्टूबर को राजेश गुप्ता को ब्रेन हेमरेज हो गया था। उन्होंने पीजीआइ चंडीगढ़ में अंतिम सांस ली।