'मैडम' का इंतजार करता रह गया झंडा!
कार्यालय संवाददाता, अलीगढ़ : एक स्कूल में आजादी के दिन शर्मिदगी की नई इबारत लिख दी गई। यहां के एक जूनियर हाईस्कूल में बच्चे तो स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए उत्साहित थे, लेकिन प्रधानाध्यापक ही नहीं पहुंचीं। दो घंटे तक सभी ने उनका इंतजार किया। जब नहीं आईं तो दूसरे शिक्षकों ने जैसे-तैसे आजादी के जश्न की रस्म निभाई। 'मैडम' के न आने का खामियाजा बच्चों ने झेला। उन्हें मिठाई भी नसीब न हुई। ग्राम प्रधान की शिकायत पर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
शर्मसार करने वाला यह वाक्या हुआ जिला मुख्यालय से 10 किमी. दूर जवां ब्लाक के गांव रामगढ़-पंजीपुर में। गुरुवार को यहां के जूनियर हाईस्कूल में सुबह आठ बजे ध्वजारोहण होना था। बच्चे भी स्कूल पहुंच गए। नहीं आईं तो यहां की प्रधानाध्यापिका फरहद। करीब दो घंटे तक उनका इंतजार होता रहा। जब उनके बारे में कोई खबर नहीं आई तो अन्य शिक्षकों ने ध्वज को निकालकर उसे फहराने की तैयारी की। प्रधानाध्यापिका के नहीं आने से बच्चों को मिलने वाली मिठाई भी नहीं बांटी गई।
ग्राम प्रधान बाबूलाल ने इसकी शिकायत बीएसए से की। फिर, एबीएसए ने संकुल प्रभारी को मौके पर भेजकर रिपोर्ट मांगी। संकुल प्रभारी ने गांववालों के हवाले से बताया कि प्रधानाध्यापिका अक्सर ही नहीं आतीं। जवां के खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रभूषण प्रसाद ने बताया कि आरोपी प्रधानाध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
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