अमन की लौ को वीजा की दरकार
जागरण संवाददाता, अमृतसर : पुंछ सेक्टर के चकन दा बाग में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा पांच भारतीयों की शहादत के बाद दोनों देशों के बीच 'पुल' का काम करने वाली भारत-पाकिस्तान मैत्री संघ के सदस्यों को अभी तक दोनों देशों की सरकारों ने वीजा जारी नहीं किया है। भारत-पाकिस्तान मैत्री संघ द्वारा 14 अगस्त की रात को अंतरराष्ट्रीय अटारी सड़क सीमा पर कैंडल लाइट का आयोजन करना है। पाकिस्तान में भारत-पाकिस्तान मैत्री संघ के भारतीय चेप्टर के 40 सदस्यीय शिष्टमंडल ने पाकिस्तान जाकर कई कार्यक्रमों में भाग लेना था। वहीं पाकिस्तानी शिष्टमंडल के सदस्य भी भारत में एक सेमिनार में भाग लेने के लिए पहुंचने थे। दोनों देशों की सरकारों ने इन सदस्यों को वीजा जारी नहीं किया है।
इसकी पुष्टि करते हुए भारत-पाक मैत्री संघ के महासचिव सतनाम मानक ने कहा कि यदि भारत सरकार ने वीजा न दिया तो सोमवार को संघ की एक बैठक में आगामी रणनीति पर विचार किया जाएगा। यदि वीजा मिला तो क्या शिष्टमंडल पाकिस्तान जाए, इस पर भी सोमवार को अंतिम निर्णय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने अभी तक भारत पाकिस्तान मैत्री संघ को अटारी सड़क सीमा पर 14 अगस्त की रात को कैंडल लाइट की आज्ञा नहीं दी है। इस संदर्भ में उनकी सीमा सुरक्षा बल के आईजी आदित्य मिश्रा से बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कार्यालय से उन्हें इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए कोई भी पत्र नहीं मिला है। सोमवार को इस संदर्भ में कुछ कहने की स्थिति में होंगे। सतनाम मानक ने कहा कि पिछले 18 वर्षो से दोनों देशों के बीच पुल का काम कर रहा भारत-पाक मैत्री संघ सरकार के सहयोग से ही कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है। कैंडल लाइट से पहले अटारी सड़क सीमा पर आयोजित कार्यक्रम में आतंकवाद के विरुद्ध प्रस्ताव पारित किया जाता रहा है। विभाजन में दस लाख पंजाबियों ने शहादत का जाम पिया। कत्लोगारत का दौर समाप्त हो व अमन स्थापित हो। इस पर भी प्रस्ताव पारित किया जाता रहा है।
सतनाम मानक ने कहा कि यदि अटारी सड़क सीमा पर कैंडल लाइट की आज्ञा न मिली तो कैंडल लाइट का कार्यक्रम कस्टम गेट पर आयोजित कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमन की लौ जलती रहेगी।
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