कृष्ण-सुदामा ने पेश की मिसाल : नीलम
अलीगढ़ : ग्राम नगौला में चल रहे भागवत कथा के अंतिम दिन बरसामई हाथरस से पधारी कथा व्यास साध्वी नीलम शास्त्री ने ऊषा-अनिरुद्ध विवाह, भगवान श्रीकृष्ण-रुकमणि विवाह, कंस वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन किया।
उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण एवं सुदामा की मित्रता का वर्णन करते हुए कहा कि मित्रता में कोई छोटा-बड़ा नहीं होता। समाज में केवल धनवानों से ही लोग मित्रता करते हैं लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने गरीब सुदामा को मित्र बनाया बल्कि उसे राज एवं वैभव भी प्रदान किया। कथा में परिक्षित की भूमिका शीलेंद्र भगत ने अदा की। महेन्द्र प्रताप सिंह, रामबाबू गिरी, देवेन्द्र राघव, सुखेन्द्र सिंह, सोनू राघव, छत्रपाल गिरी, सोनू पंडित, नरेन्द्र गिरी, राजू गिरी, ज्ञान सिंह राघव प्रधान अनूप शर्मा, रजनीश गोस्वामी, केशव, विकास गिरी, तेज प्रकाश गिरी, प्रवीन, बिजेन्द्र, जय प्रकाश, उदयवीर व संगम गिरी आदि ने कथा में सहयोग किया।
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