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पार्षद ललित सैनी का यू टर्न

By Edited By: Published: Tue, 09 Jul 2013 12:59 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2013 01:00 AM (IST)
पार्षद ललित सैनी का यू टर्न

जागरण संवाददाता, भिवानी : नगर परिषद कुर्सी से चेयरमैन विजय पंचगावा को हटाए जाने की मुहिम में लगे कुछ काग्रेसी पार्षदों पर उन्हीं के खेमे के पार्षद ललित सैनी द्वारा बंधक बनाए जाने के मामले पीड़ित पार्षद ने यू टर्न ले लिया है। वाइस चेयरमैन मामन चंद के साथ भिवानी पहुचे पार्षद ललित सैनी ने प्रेसवार्ता कर कहा कि उसने मानसिक रूप से परेशानी होने के कारण इस तरह के आरोप लगाए थे, जो निराधार हैं। अपने आरोपों से मुकरते हुए उन्होंने कहा कि उसे किसी पार्षद ने बंधक नहीं बनाया। मुकदमा वापस लेने के बारे में उसने कहा कि जल्द ही वह अपना यह केस वापस लेंगे।

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क्या था मामला

नगर परिषद चेयरमैन विजय पंचगावा को हटाने के लिए काग्रेस समर्थित पार्षदों ने वाइस चेयरमैन मामन चंद के नेतृत्व में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर अविश्वास बैठक बुलाए जाने की माग की थी। प्रशासन द्वारा अविश्वास बैठक के लिए 15 जुलाई निर्धारित की गई थी। इसके बाद पार्षदों के गुटों में चली जमकर उठापटक चली आ रही है। 26 जुलाई को अपने खेमे के पार्षदों को लेकर मामन चंद दिल्ली के एक फार्म हाउस पहुचे।

नगर परिषद चेयरमैन विजय पंचगावा को हटाने की मुहिम में लगे पार्षद ललित सैनी ने 5 जून को अपने साथी पार्षद प्रकाश गोठवाल का मोबाइल छिनकर दक्षिणी दिल्ली पुलिस के 100 नंबर पर पार्षदों द्वारा उसे बंधक बनाए जाने का सनसनीखेज आरोप लगाकर खलबली मचा थी। चार पार्षदों सहित आठ लोगों को दिल्ली पुलिस ने काबू किया था। दिल्ली पुलिस से जमानत मिलने के बाद वाइस चेयरमैन मामन चंद रविवार रात को पार्षद ललित के साथ भिवानी पहुचे। सोमवार सुबह दादरी गेट हाउसिंग बोर्ड स्थित मामन चंद के निवास पर बुलाई गई प्रेस वार्ता के दौरान पार्षद ललित सैनी ने इन आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा कि वह अपने परिवार से कई दिनों से दूर होने व साथी पार्षदों द्वारा मजाक किए जाने मानसिक रूप से परेशान था। इसी कारण उसने साथी पार्षद का फोन छिनकर 100 नंबर पर मिला यह आरोप लगाए थे, लेकिन अब वह पूरी तरह से ठीक हैं। उसने कहा कि उसे किसी ने बंधक नहीं बनाया और न ही किसी तरह की कोई धमकी दी। मामला वापस लिये जाने के बारे में उसने कहा कि वह जल्द ही इस मामले को वापस ले लेंगे। ललित सैनी ने कहा कि उनके कहने पर ही 26 जुलाई को मामन चंद अपने खेमे के 6 पार्षदों को लेकर दिल्ली के एक फार्म हाउस पर गए थे। बाद में वहा दो पार्षद और आ गए।

कुकर्म का भी लगाया था आरोप

कुकर्म किए जाने के सवाल के बारे में जवाब देते हुए पार्षद ने ललित सैनी ने कहा कि हा उसने ऐसा आरोप मानसिक परेशानी में ही लगाया था, जबकि उसके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। हा उसे कुछ लोगों ने पत्‍‌नी व बच्चों के साथ किसी तरह की अनहोनी होने का डर जरूर दिखाया था, जिससे वह मानसिंह रूप से परेशान हो गया और बुखार से भी पीड़ित था

मैं काग्रेस पार्टी का सच्चा सिपाही हूं

अपने पिता प्रहलाद सिंह, भाई कुलदीप व चाचा सत्यवीर के साथ बैठे ललित सैनी ने कहा कि वह काग्रेस के सच्चे सिपाही है और काग्रेस के साथ ही रहेगे, वह न कभी इनेलो के साथी थे और न कभी होंगे। उसने कहा कि वह अपने परिवार से मिल चुके है पूरा परिवार सुरक्षित है।

सभी काग्रेस समर्थित पार्षद है एकजुट : मामन

मामन चंद ने कहा कि ललित सैनी उनके भाई है और उनके कहने पर ही अविश्वास बैठक के लिए मुहिम छेड़ी गई थी। उन्होंने कहा कि काग्रेस समर्थित पार्षद एकजुट है और सभी का लक्ष्य विजय पंचगावा को कुर्सी से हटाना है। उन्होंने कहा कि पार्षद साथी ललित सैनी कुछ दिनों से बीमार थे, जिन्हे दिल्ली के अस्पताल में दाखिल भी करवाया गया था। मानसिक परेशानी में ही उसने ऐसे आरोप लगाए है।

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