विधानसभा का बजट सत्र समय पूर्व समाप्त
भोपाल [ब्यूरो]। स्विस महिला से दतिया के पास गैंगरेप के बाद से गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता के इस्तीफे की एकसूत्री मांग पर अडे़ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने मंगलवार को भी सदन में भारी हंगामा किया। इसके चलते प्रश्नकाल ठप हो गया और दो बार कार्यवाही स्थगित करना पड़ी। सदन के न चलने की सूरत को देखते हुए अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के प्रस्ताव पर विधानसभा का बजट सत्र समाप्त कर दिया। यह सत्र 22 मार्च तक चलना था।
तय रणनीति के तहत कांग्रेसी सदस्यों ने मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग बुलंद करते हुए शोर-शराबा करना शुरू कर दिया। संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए प्रश्नकाल को महत्वपूर्ण बताया तो नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने कहा कि बलात्कार का मुद्दा भी बड़ा है। गृहमंत्री के इस्तीफे के बाद ही कोई बात होगी। अध्यक्ष ने आसंदी से विपक्ष से प्रश्नकाल को चलने देने की बार-बार अपील भी की, लेकिन यह बेअसर साबित हुई। हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष ने करीब 10.35 बजे आधा घंटे के लिए और फिर कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा होने पर साढे़ 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इसके बाद तीसरी बार जब सदन समवेत हुआ तब भी कांग्रेस विधायक गर्भगृह में खडे़ होकर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए। लेकिन इस बार अध्यक्ष ने कार्यसूची में सम्मिलित सभी विषषयों पर कार्यवाही की औपचारिकता पूरी करने की शुरआत की। ध्यानाकर्षण- याचिकाओं को पढ़ा हुआ मान लिया गया। मंत्रियों ने हंगामे के बीच ही संपत्ति ब्यौरा पटल पर रखा। पूर्व में प्रस्तुत और मंगलवार को लाए गए एक दर्जन विधेयक भी बिना चर्चा पारित हो गए। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रस्ताव किया कि शासकीय कार्य पूरा हो गया है और सदन में चर्चा हेतु विपक्ष की रचि नहीं है, इसलिए कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की जाए। यह प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हो गया और करीब बारह बजे अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का ऐलान कर दिया।
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