दस हजार क्रासिंगों पर बनेंगे ओवरब्रिज :मनोज सिन्हा
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि रेलवे क्रासिंगों पर उपरिगामी सेतु न होना दुर्घटना का कारण बनता है। देश में ऐसे १० हजार से अधिक समपार (लेबल क्रासिंग) हैं, वहां उपरिगामी सेतु का निर्माण कराना हमारी प्राथमिकता है। श्री सिन्हा आज जौनपुर सिटी रेलवे क्रासिंगों पर उपरिगामी सेतु के
लखनऊ। रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि रेलवे क्रासिंगों पर उपरिगामी सेतु न होना दुर्घटना का कारण बनता है। देश में ऐसे १० हजार से अधिक समपार (लेबल क्रासिंग) हैं, वहां उपरिगामी सेतु का निर्माण कराना हमारी प्राथमिकता है। श्री सिन्हा आज जौनपुर सिटी रेलवे क्रासिंगों पर उपरिगामी सेतु के शिलान्यास के बाद स्टेशन परिसर में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में रेलवे में निवेश काफी कम हुआ है। इस कारण रेलवे संसाधनों की कमी से जूझ रहा है। इस समय हम नई परियोजनाएं स्वीकृत करने की बजाए काफी वर्षों पूर्व से स्वीकृत परियोजनाओं को पूरा करने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
वाराणसी से विशेष ट्रेन से यहां पहुंचे श्री सिन्हा ने कहा कि डीजल व पेट्रोल पर'सेसलगने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में रेलवे की तुलना में काफी अधिक निवेश हुआ है। सरकार ने निर्णय लिया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर पडऩे वाले क्रासिंगों पर उपरिगामी सेतु निर्माण की जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की होगी। इस जिले के दो अन्य इलाहाबाद मार्ग के नईगंज व वाराणसी मार्ग के जगदीशपुर रेलवे क्रासिंगों पर ओवरब्रिज की चर्चा करते हुए कहा कि इलाहाबाद मार्ग पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ओवरब्रिज बनाएगा। जबकि जगदीशपुर क्रासिंग पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए अभी राज्य सरकार ने प्रस्ताव ही नहीं दिया है।
जौनपुर से मुंबई तक सीधी रेल सेवा की चर्चा करते हुए कहा कि यह मांग अर्से पुरानी है लेकिन जौनपुर से रेल सेवा शुरू करने के लिए यहां आवश्यक संसाधन मौजूद नहीं है। यहां उन संसाधनों की व्यवस्था करना अभी हमारी प्राथमिकता है। रेलवे के निजीकरण से स्पष्ट इंकार करते हुए कहा कि इस बारे में प्रधानमंत्री स्वयं अपने इरादे सार्वजनिक रूप से स्पष्ट कर चुके हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि पिछले वर्ष २५ की तुलना में इस वर्ष यूपी में १२३ उपरिगामी सेतु के निर्माण को स्वीकृति दी गई है। इस मौके पर सांसद केपी सिह, सांसद रामचरित्र निषाद, उत्तर रेलवे महाप्रबंधक एके पुठिया व मंडल रेल प्रबंधक उरे एके लोहाटी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
देश का कोई पुल कमजोर नहीं
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने दावा किया कि देश का कोई रेल पुल जर्जर या कमजोर नहीं है। सभी पुलों की निरंतर निगरानी की जा रही है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर सीमा पार से हुए हमले में भारतीय नागरिकों के मारे जाने की भत्र्सना करते हुए कहा कि पाकिस्तान को सही समय पर जवाब दिया जाएगा। मीडिया से मुखातिब सिन्हा ने गत दिनों मध्यप्रदेश के हरदा के निकट कामायनी सहित दो ट्रेनों के बेपटरी होने की घटना को अफसोसजनक बताया। सिन्हा ने अंग्रेजों के जमाने में बने बनारस के राजघाट पुल को भी पूरी तरह सुरक्षित बताया।
सवा सौ करोड़ जनता की संसद
संसद में गतिरोध से जुड़े सवाल पर किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि लोकसभा या राज्यसभा किसी एक परिवार के लिए नहीं चलती। देश की 125 करोड़ जनता के लिए चलती है। संसद की कार्रवाई में अंडग़ा डालने वाले जनता के हितैषी नहीं हो सकते।
सपा को सबक सिखाएगी जनता
सूबे की कानून-व्यवस्था से जुड़े सवाल पर कहा कि यूपी में जंगलराज है। जब से समाजवादी पार्टी सत्ता में आयी है, कोई भी सुरक्षित नहीं है। जनता आगामी विधानसभा चुनाव में सपा को सबक सिखाएगी।
सबकी सुनी समस्या
सिन्हा ने संसदीय कार्यालय में फरियादियों की समस्या के समाधान का मार्ग प्रशस्त किया। किसी ने रेलवे में नौकरी के लिए प्रार्थना पत्र दिया तो किसी ने स्थानांतरण के लिए। जमीन, मकान, दुकान कब्जा करने के भी कई मामले आए।
पीएम से जैन समाज की बात
राजस्थान हाईकोर्ट के एक आदेश की बाबत जैन समाज के प्रतिनिधिमंडल ने भी रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा से मुलाकात की। उनका कहना था कि जैन धर्म में समाधि की अवधारणा तप से है, आत्महत्या से नहीं। सिन्हा ने आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री से मुलाकात कर वे इस पर चर्चा करेंगे। कोशिश होगी कि इस मुद्दे पर संसद में चर्चा हो, कानून बनाया जाय।