डोपिंग के डंक में फंसी शॉटपुटर मनप्रीत कौर, छिन सकता है गोल्ड मेडल
मनप्रीत कौर को जिस पदार्थ के टेस्ट में पॉजीटिव पाया गया है, वह विश्व एंटी डोपिंग एंजेसी (वाडा) के तहत अनिर्दिष्ट (स्पेसिफिक) श्रेणी में आता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। एशियाई चैंपियन शॉटपुटर मनप्रीत कौर डोप टेस्ट में नाकाम रही हैं, जिससे इस महीने की शुरुआत में जीता उनका स्वर्ण पदक छिन भी सकता है। भुवनेश्वर में 6-9 जुलाई तक संपन्न एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पीला तमगा जीतने वाली मनप्रीत प्रतिबंधित शक्तिवर्धक डाइमेथिलबुटिलेमाइन के सेवन की दोषी पाई गई हैं।
यह टेस्ट एक से चार जून तक पटियाला में हुई फेडरेशन कप राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) के अधिकारियों ने किया था। यदि बी नमूना भी पॉजीटिव आता है तो भारत को भुवनेश्वर में उनका जीता स्वर्ण पदक गंवाना पड़ेगा। देश की दिग्गज एथलीटों में शामिल मनप्रीत ने अगले महीने लंदन में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया है।
मनप्रीत कौर को जिस पदार्थ के टेस्ट में पॉजीटिव पाया गया है, वह विश्व एंटी डोपिंग एंजेसी (वाडा) के तहत अनिर्दिष्ट (स्पेसिफिक) श्रेणी में आता है, इसलिए मनप्रीत अगले महीने में लंदन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में भाग ले पाएंगी। यही कारण है कि उन्हें अभी प्राथमिक तौर पर निलंबित नहीं किया है। हालांकि मनप्रीत कौर को नाडा के सामने सुनवाई के लिए हाजिर होना होगा और वहां खुद को निर्दोष न साबित कर पाने की स्थिति में उनके द्वारा एशियन एथलेटिक्स के दौरान जीता गया स्वर्ण पदक छीना जा सकता है।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के एक अधिकारी ने बताया कि नाडा ने हमें मनप्रीत के टेस्ट में पॉजीटिव पाये जाने की सूचना दी। मनप्रीत के कोच और पति करमजीत ने संपर्क करने पर कहा कि हमें इस बारे में अभी कुछ नहीं बताया गया है।
राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी हैं कौर: चीन में अप्रैल में आयोजित हुए एशियन ग्रा प्रि के पहले चरण के दौरान मनप्रीत ने 18.86 मीटर की दूरी तक गोला फेंककर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता था। ये ग्लोबल मीट के क्वालीफाइंग मार्क 17.75 मीटर से भी बेहतर था। अपने इस शानदार प्रदर्शन से वह विश्व रैंकिंग में नंबर एक बन गईं थीं। भुवनेश्वर में एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने 18.28 मीटर की दूरी के साथ स्वर्ण पदक जीता था।
फेल हुए हैं कई अन्य एथलीट : इस सत्र में मनप्रीत से पहले फेडरेशन कप में डेकाथलन में स्वर्ण पदक जीतने वाले जगतार सिंह भी डोप टेस्ट में फेल हो चुके हैं। साथ ही एक अन्य मामले में भारत के 400 मीटर बाधा दौड़ के धावक जितिन पॉल भी डोपिंग के शक के दायरे में आ चुके हैं। एनआइएस पटियाला के हॉस्टल पर नाडा के छापे के दौरान सुइयां और मेलोडोनियम नामक पदार्थ की शीशियां बरामद हुई थीं। मेलोडोनियम वही पदार्थ है जिसके लिए रूस की स्टार टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा पर प्रतिबंध लग चुका है।