मां की बात दिल पर लगा बैठा और कर डाला करिश्मा
प्रतिष्ठित विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप में मंगलवार को एक ऐसी अद्भुत चीज देखने को मिली जिसने सभी को हिलाकर रख दिया। टूर्नामेंट के चौथे राउंड में दो बार के विंबलडन चैंपियन और 14 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन स्पेन के विश्व नंबर एक खिलाड़ी राफेल नडाल हारकर बाहर हो गए। इस अद्भुत करिश्मे को किसने अंजाम दिया और कहां से आई ऐसा कर
लंदन। प्रतिष्ठित विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप में मंगलवार को एक ऐसी अद्भुत चीज देखने को मिली जिसने सभी को हिलाकर रख दिया। टूर्नामेंट के चौथे राउंड में दो बार के विंबलडन चैंपियन और 14 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन स्पेन के विश्व नंबर एक खिलाड़ी राफेल नडाल हारकर बाहर हो गए। इस अद्भुत करिश्मे को किसने अंजाम दिया और कहां से आई ऐसा करने की प्रेरणा, ये और भी दिलचस्प है।
दरअसल, नडाल को जिस खिलाड़ी ने हराया वो कोई अनुभवी दिग्गज नहीं बल्कि 19 साल के ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी निक किरग्योस हैं जिन्हें शायद ही कोई इस टूर्नामेंट से पहले जानता था। उनकी विश्व रैंकिंग 144 है और उन्हें इस टूर्नामेंट में वाइल्ड कार्ड के जरिए एंट्री मिली थी। शायद निक ने भी ये नहीं सोचा होगा कि चौथे दौर में ही उनके सामने विश्व का नंबर एक खिलाड़ी आ जाएगा और वो उसे हराकर इतिहास रच देंगे।
निक से जब उनकी जीत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें जीतने की प्रेरणा तब मिली जब एक छोटी सी बात पर उनकी अपनी मां से कहासुनी हो गई थी। निक के मुताबिक उनकी मां ने कहीं पर बयान दिया था कि राफेल नडाल बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और निक उनके सामने शायद ही कुछ कर पाएं। जब निक ने ये बयान पढ़ा तो वह कुछ समय के लिए नाराज हो गए थे और तय कर लिया था कि वो नडाल को हराकर रहेंगे व अपनी मां को गौरवान्वित करके रहेंगे। निक ने कहा कि वो अब अपनी मां को मोबाइल से बस एक मुस्कराता हुआ चेहरा भेजेंगे और बताना चाहेंगे कि उन्होंने कर दिखाया। निक का कहना है कि वो 19 साल के उन लड़कों में हैं जिनकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, जिनके लिए परिवार ही सब कुछ है और अब भी उनकी दिलचस्पी वीडियो गेम में रहती है। उन्हें एक हफ्ते पहले तक वीडियो गेम खेलते वक्त ये अंदाजा भी नहीं था कि इतना बड़ा कुछ होने वाला है।