ओलंपिक टिकट पा चुके मंगल का फिर होगा ट्रायल
तीरंदाज मंगल सिंह रियो ओलंपिक के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुके हैं। लेकिन उन्हें अब फिर से ट्रायल देना होगा।
रांची, (संजीव रंजन)। तीरंदाज मंगल सिंह चंपिया दस महीने पहले ही रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाइ कर चुके हैं, लेकिन अब उन्हें फिर से ट्रायल देने को कहा गया है।
भारतीय तीरंदाजी संघ का कहना है कि इस ट्रायल में सफल होने पर ही मंगल को ओलंपिक का टिकट मिलेगा। शनिवार को बेंगलुरु में ट्रायल है, जिसमें चंपिया का मुकाबला जयंत तालुकदार व अतानु दास से होगा। राज्य के खिलाडि़यों और लोगों में इस फैसले के प्रति रोष है।
तीरंदाजी के पूर्व राष्ट्रीय कोच हरेंद्र सिंह ने कहा कि मंगल रियो के लिए क्वालीफाइ करने के बाद ट्रायल दे रहा है यह दुखद है। देश में खेल के लिए दो नियम नहीं होने चाहिए। कुश्ती में इस विवाद को सुलटा लिया गया, लेकिन तीरंदाजी में ट्रायल कराया जा रहा है। भारतीय तीरंदाजी इतिहास में यह पहली बार हो रहा है जो दुखद है।
भारतीय तीरंदाजी संघ के महासचिव अनिल कमनीन ने फोन पर कहा कि दिसंबर माह में ही यह साफ कर दिया गया था कि अगर टीम स्पर्धा में भारतीय टीम क्वालीफाइ नहीं करती है तो व्यक्तिगत मुकाबले के लिए किसे भेजा जाएगा इसके लिए ट्रायल होगा। तीरंदाजी संघ का दावा है कि वह अपने बेहतर खिलाड़ी को ही व्यक्तिगत स्पर्धा में भेजना चाहता है ताकि पदक जीता जा सके। रियो के लिए मंगल सिंह चंपिया ने सितंबर में ही क्वालीफाई कर लिया था। पुरुषों में वह इकलौते तीरंदाज हैं जिन्हें यह पात्रता मिली।