भारत के नन्हे कुश भगत ने तीन स्वर्ण पदक जीतकर रचा इतिहास
कुश भगत ने ऐसा कारनामा किया है जो आज तक कोई भी कर पाने में सफल नहीं रहा है।
मुंबई, पीटीआइ। मुंबई के कुश भगत ने पहली वेस्टर्न एशिया यूथ शतरंज चैंपियनशिप में सभी तीनों स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। एनएसएस हिल स्प्रिंग इंटरनेशनल स्कूल के दूसरी कक्षा के छात्र भगत तीनों स्पर्धाओं रैपिड, ब्लिट्ज और स्टैंडर्ड जीतने में कामयाब रहे।
कुश ऐसा कारनामा करने वाले पहले भारतीय हैं। कुश ने रैपिड स्पर्धा 6.5 के शानदार स्कोर से अपने नाम की। ब्लिट्ज स्पर्धा में, कुश ने निर्धारित सातों राउंड खेलकर अपने प्रतिद्वंद्वी को दो स्कोर के अंतर से हराया। स्टैंडर्ड स्पर्धा में, मुंबई शतरंज अकादमी (एसएमसीए) के प्रशिक्षार्थी भगत ने सात जीत और कुछ ड्रॉ के साथ अपनी स्थिति को तालिका में मजबूत किया।
कुश ने चैंपियनशिप में जबर्दस्त प्रदर्शन कर एक भी शिकस्त नहीं खाई। उनका एक मैच श्रीलंका के टीडी विकरमार्थने के खिलाफ तीन घंटे से अधिक चला, लेकिन वह जीत दर्ज करने में सफल रहे। इस टूनामेंट में 20 देशों के 158 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।
कुश के कोच बालाजी गुत्तुल ने कहा, ‘उसकी विशेष योग्यता तेजी से गणना करना है। वह मैच में सटीक गणना करते हुए तेजी से चाल चलता रहता है। यही वजह है कि उसे दूसरों से अलग बनाती है। कुश में इतिहास रचने की क्षमता है और यह सिर्फ एक शुरुआत है। वह आगामी दिनों में बहुत कुछ हासिल करेगा।