हरियाणा में बेटियों का सबसे अधिक मान : योगेश्वर दत्त
योगेश्वर दत्त ने कहा कि हरियाणा में खेल की सुविधाएं बढ़ी हैं
मेरठ। ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त का कहना है कि हरियाणा को कन्या भ्रूण हत्या के लिए यूं ही बदनाम किया जाता है जबकि पूरे देश में हरियाणा में सबसे अधिक बेटियों का मान होता है। वहां की बेटियां भी कुश्ती में देश के लिए सबसे अधिक मेडल जीत रहीं हैं।
एक कार्यक्रम में आए योगेश्वर दत्त ने कहा कि हरियाणा में खेल की सुविधाएं बढ़ी हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य से जितने खिलाड़ी निकलने चाहिए, उतने नहीं निकल पा रहे हैं। यहां से खिलाडिय़ों का दिल्ली और हरियाणा में पलायन हो रहा है। इसके लिए प्रदेश में एक खेल नीति बननी चाहिए, प्रदेश में अच्छे सेंटर खुलें ताकि खिलाडिय़ों को बाहर न जाना पड़े। महिला कुश्ती पर कहा कि मेरठ जैसे शहर में अलका तोमर जैसी अर्जुन अवार्डी निकलीं हैं। कुश्ती जैसे खेल में पुरुष और महिला दोनों के लिए समान अवसर है। बस कमी है तो कोच की। योगेश्वर ने कहा कि वह अब चोट से उबरे हैं, उनकी कोशिश अगले साल राष्ट्रमंडल और एशियाई गेम में हिस्सा लेने की है। वह रोज पांच घंटे प्रैक्टिस कर रहे हैं। उन्होंने हरियाणा में कुश्ती की नई पौध तैयार करने के लिए एक एकेडमी खोली है। अन्य राज्यों में भी कुश्ती की एकेडमी खोलने की योजना है। मेरा लक्ष्य अगले साल राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल में देश के लिए पदक जीतना है।