यूरोपियन लीग में खेलने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बने गुरप्रीत सिंह संधू
राष्ट्रीय टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू यूरोपियन लीग में खेलने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बन गए हैं। उन्होंने यह उपलब्धि नार्वे की टीम स्टाबीक एफसी की ओर से खेलते हुए हासिल की। 24 वर्षीय भारतीय ने रविवार रात को नार्वे प्रीमियर लीग में स्टाबीक एफसी की ओर से पहला
नई दिल्ली। राष्ट्रीय टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू यूरोपियन लीग में खेलने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बन गए हैं। उन्होंने यह उपलब्धि नार्वे की टीम स्टाबीक एफसी की ओर से खेलते हुए हासिल की।
24 वर्षीय भारतीय ने रविवार रात को नार्वे प्रीमियर लीग में स्टाबीक एफसी की ओर से पहला मुकाबला आइके स्टार्ट के खिलाफ खेला, जिसमें उनकी टीम ने 5-0 से एकतरफा जीत दर्ज की। संधू ने 2014 में स्टाबीक एफसी के साथ करार किया था, लेकिन इससे पहले उन्होंने नार्वे प्रीमियर लीग में कोई मुकाबला नहीं खेला था। हालांकि नार्वे कप में उन्होंने पांच मैच खेले थे। पंजाब के इस फुटबॉलर ने मैच खेलने के बाद ट्विटर पर अपनी उत्सुकता बयां की। उन्होंने लिखा, 'यूरोप की शीर्ष डिवीजन लीग में खेलने वाला पहला भारतीय बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।
स्टीफन कांस्टेनटाइन के टीम के कोच बनने के बाद से संधू पिछले एक वर्ष से भारतीय फुटबॉल टीम के शीर्ष गोलकीपर हैं। संधू राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने लाओस में जुड़ेंगे, जहां उन्हें दो जून को 2019 एशियन कप क्वालीफायर का प्लेऑफ मुकाबला खेलना है।
संधू से पहले बंगाल के फुटबॉलर मुहम्मद सलीम 1936 में सेल्टिक एफसी की ओर से स्कॉटलैंड प्रीमियर लीग में खेले थे, लेकिन तब उसे प्रीमियर डिवीजन का दर्जा नहीं मिला था। उनके बाद पूर्व भारतीय कप्तान बाईचुंग भूटिया 1999-2000 में थर्ड डिवीजन इंग्लिश लीग बूरी एफसी की ओर से, जबकि मौजूदा कप्तान सुनील छेत्री 2012 में स्पोर्टिंग लिस्बन की बी टीम की ओर से खेले।