प्रो बॉक्सिंग: अखिल का पहला मुकाबला टाई से, विरोधी ने कहा इस कमज़ोरी का मिलेगा फायदा
बीजिंग ओलंपिक के बाद नौ वर्षो में यह पहला मौका होगा, जब अखिल और विजेंद्र एक प्रतियोगिता में साथ शामिल हो रहे हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ: पांच अगस्त को मुंबई में अपनी पहली पेशेवर मुक्केबाजी प्रतियोगिता में राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता अखिल कुमार, ऑस्ट्रेलिया के टाई गिलक्रिस्ट से और उनके साथी जितेंद्र थाइलैंड के थनेत लिखितकमपोर्न से मुकाबला करेंगे।
इस स्पर्धा में विजेंद्र सिंह भी भाग ले रहे हैं। बीजिंग ओलंपिक के बाद नौ वर्षो में यह पहला मौका होगा, जब अखिल और विजेंद्र एक प्रतियोगिता में साथ शामिल हो रहे हैं। पूर्व विश्व कप के कांस्य विजेता 36 वर्षीय अखिल एक अनुभवी मुक्केबाज हैं। उन्होंने एमेच्योर करियर में 250 से अधिक प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व किया है। गिलक्रिस्ट से उनका मुकाबला जूनियर वेल्टरवेट (63 किलोग्राम) श्रेणी में चार राउंड का होगा।
2010 में अपने करियर का आगाज करने वाले गिलक्रिस्ट ने अब तक 13 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, जिनमें से छह में उन्होंने जीत हासिल की। विश्व कप और एशियाई प्रतियोगिताओं में कांस्य जीतने वाले जितेंद्र का मुकाबला अपेक्षाकृत कम अनुभवी प्रतिद्वंद्वी से है, जिसने इसी साल पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण किया है।
अखिल ने टाई से मुकाबले को लेकर कहा कि, हां, उन्हें मुझसे ज्यादा अनुभव है, लेकिन इससे मुङो कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं पेशेवर मुक्केबाजी की जरूरतों के अनुरूप अपनी तकनीक में सुधार कर रहा हूं। साथ ही मैं अपने पसंदीदा पंच का अभ्यास भी दोहरा रहा हूं। यह अच्छा है कि मेरा प्रतिद्वंद्वी अनुभवी है, इससे लोगों को मुकाबले का आनंद उठाने का मौका मिलेगा। मुङो चुनौतियां पसंद हैं।
वहीं टाई ने भी अखिल की तारीफ की लेकिन साथ ही साथ उनके अनुभवहीन होने को उनकी कमजोरी भी बताया। टाई ने कहा कि, अखिल बहुत अच्छे एमेच्योर मुक्केबाज थे, लेकिन पेशेवर मुक्केबाजी काफी अलग होती है। मैंने पेशेवर सर्किट में कुछ अच्छे मुकाबले लड़े हैं, जिनका अखिल को अनुभव नहीं है। मेरा मानना है कि जब हम आमने-सामने होंगे, तो पेशेवर के तौर पर मेरे 13 मुकाबलों से हमारे बीच फर्क पड़ेगा।