फ्री वाई फाई सेवा पर पवन बंसल को पड़ रहे हैं ताने
रेल मंत्री पवन बंसल के रेल बजट से आम जनता कुछ खास खुश होती नहीं नजर आ रही है। यह तो सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लोगों के मंत्री जी की वाई फाई सेवा मुहैया कराने की घोषणा पर ली गई खिल्लियों से पता चलता है। मंत्री जी की इस घोषणा के बाद युवाओं ने सोशल नेटवर्किग साइट ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करनी शुरू कर दी। कुछ लोगों ने इस फैसले की सराहना की है तो कुछ लोगों ने मंत्री जी की चुटकी ली। लोगों को लगता है कि इससे अधिक जरूरी अन्य कई सेवाएं थी जिसको मंत्री जी ने तवज्जो ही नहीं दिया। जहां आम लोगों को रेलवे स्टेशनों में पानी तक नहीं मिलता, साफ सफाई के नाम पर जीरो हैं वहां लोग वाई फाई सेवा का क्या अचार डालेंगे।
नई दिल्ली। रेल मंत्री पवन बंसल के रेल बजट से आम जनता कुछ खास खुश होती नहीं नजर आ रही है। यह तो सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लोगों के मंत्री जी की वाई फाई सेवा मुहैया कराने की घोषणा पर ली गई खिल्लियों से पता चलता है। मंत्री जी की इस घोषणा के बाद युवाओं ने सोशल नेटवर्किग साइट ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करनी शुरू कर दी। कुछ लोगों ने इस फैसले की सराहना की है तो कुछ लोगों ने मंत्री जी की चुटकी ली। लोगों को लगता है कि इससे अधिक जरूरी अन्य कई सेवाएं थी जिसको मंत्री जी ने तवज्जो ही नहीं दी। जहां आम लोगों को रेलवे स्टेशनों में पानी तक नहीं मिलता, साफ सफाई के नाम पर जीरो हैं वहां लोग वाई फाई सेवा का क्या अचार डालेंगे।
-लोगों के मजेदार ट्वीटस
-सूर्या लिखते हैं कि अगर सरकार फ्री वाई फाई सेवा न देकर सभी स्टेशनों पर चार्जिग प्वाइंट लगा दे तो ज्यादा बेहतर हो।
-सुष्मिता लिखती हैं कि जहां स्टेशनों पर पानी और साफ सफाई जीरो है वहां फ्री वाई फाई का क्या अचार डालेंगे।
-अंकिता लिखती हैं कि फ्री वाई फाई सेवा से ओबीसी एक जीबी का डाउनलोड कर सकेंगे, एससी एसटी 2 जीबी का और जनरल श्रेणी के लोग पूरा वाई फाई सिस्टम घर ले जा सकेंगे।
-दीपक लिखते हैं कि अगर फ्री वाई फाई की जगह सरकार वेटिंग लिस्ट की परेशानी से लोगों को मुक्त कर देती तो ज्यादा बेहतर होता।
-चेतन लिखते हैं कि सरकार ने अपना रास्ता साफ कर लिया अब जो भी बगैर टिकट सफर करेगा उसे ऑनलाइन फाइन देना होगा, क्योंकि वाई फाई जो लग गया है।
-विश्वनाथन लिखते हैं कि फ्री वाई फाई से सिर्फ इंडियन रेलवे की साईट आईआरसीटीसी ही चलेगी और कुछ नहीं।
-हैरी लिखते हैं कि वाई फाई की स्पीड इंडियन रेलवे की स्पीड की तरह ही होगी। जैसे हमारी ट्रेनें हमेशा ही लेट और धीरे चलती हैं वैसे ही वाई फाई का कनेक्शन भी चलेगा।
- सचिन लिखते हैं कि स्टेशनों पर आधुनिक सेवाएं मुहैया कराने से बेहतर था जो जरूरी सेवाएं हैं उन्हें उपलब्ध कराएं।
-इरफान खान लिखते हैं कि मैं तो रेलवे स्टेशन के आस-पास घर खोजने में लगा हूं, ताकि जब भी किसी प्लेटफार्म पर ट्रेन आकर रुके तो मैं भी वाईफाई की सुविधा ले सकूं।
-फ्री वाईफाई ऑन ट्रेन अच्छा आइडिया है। मगर बंसल जी फ्री वाइफ के बारे में क्या ख्याल है।