True love: पति की मौत पर रोते-रोते पत्नी की सासें टूटीं
पति-पत्नी की अर्थियां जब एक साथ निकलीं तो मौत के संयोग के किस्से के साथ लोगों की आंखें नम हो गईं।
नरसिंहपुर/सिहोरा, जेएनएन। गांव की छोटी सी झोपड़ी में एक साथ जिंदगी बसर करने वाले वृद्घ दंपत्ति की सांसों का सफर भी साथ-साथ थम गया। पति-पत्नी की अर्थियां जब एक साथ निकलीं तो मौत के संयोग के किस्से के साथ लोगों की आंखें नम हो गईं।
बीमारी से पीड़ित 63 वर्षीय पति महेश ठाकुर ने मंगलवार की सुबह अंतिम सासें लीं तो उसकी 61 वर्षीय पत्नी शीलाबाई सदमे में आ गई और रोते-रोते कुछ देर में उसकी सांसों ने भी साथ छोड़ दिया। एक ही घर से पति-पत्नी की एक साथ निकली अर्थियों ने ग्रामीणों की आंखें छलका दीं। ग्रामीण कहते हैं कि वृद्घ दंपत्ति में अटूट प्रेम था और दोनों मेहनत-मजदूरी कर अपनी गुजर करते थे।
सिहोरा बोहानी के समीपी ग्राम हर्रई में हुई इस घटना के किस्से आसपास के गांव में फैल गए। मंगलवार की सुबह जब वृद्घ दंपत्ति महेश-शीला की अर्थी उठीं तो समूचा गांव उनकी अंतिम यात्रा में उमड़ गया। दंपत्ति महेश-शीला के सरल, मिलनसारिता की बातें सबके ओठों पर थीं। पेशे से मजदूर हर्रई निवासी महेश कुछ समय से बीमार था, पत्नी सेवा करती रही। पति-पत्नी के जाने के बाद घर में कोई सदस्य नहीं है। ग्राम के संतोष शर्मा कहते हैं कि ऐसी घटना गांव में पहले कभी नहीं हुई।