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जानिये, आखिर क्यों यहां सुअरों को भी सिखायी जाती है तैराकी

हुआंग डेमिन नामक शख्स सुअरों को फिट रखने के लिए उन्हें तैरना सिखाते हैं। हुआंग 2012 से सुअरों का पालन पोषण कर रहे है। उ

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 21 Jan 2017 03:21 PM (IST)Updated: Sat, 21 Jan 2017 03:29 PM (IST)
जानिये, आखिर क्यों यहां सुअरों को भी सिखायी जाती है तैराकी
जानिये, आखिर क्यों यहां सुअरों को भी सिखायी जाती है तैराकी

तैराकी का शौक तो बहुत से लोगों को होता है लेकिन क्या आपने कभी सुअरों को तैरते हुए देखा है। आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बता रहे हैं जो सुअरों को तैराकी सिखाता है।

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जी हां, हुआंग डेमिन नामक शख्स सुअरों को फिट रखने के लिए उन्हें तैरना सिखाते हैं। हुआंग 2012 से सुअरों का पालन पोषण कर रहे है। उनका कहना है कि तैराकी से सुअरों का इम्यून सिस्टम ठीक रहता है, जिससे उनका मांस और भी स्वादिष्ट हो जाता है। इन्होंने सुअरों के लिए 10 फुट ऊंचा एक डाइविंग बोर्ड भी बनाया है, जिससे सुअर आसानी से डाइविंग कर सकें। रोजाना हुआंग इस जगह पर अपने सुअरों को लाते है और हर एक को डाइन सीखने के लिए तालाब में धकेल देते हैं।

पानी में छलांग मारते ही सुअर कुछ देर तो पानी में छटपटाते है। लेकिन बाद में जान बचाने की कोशिश में तैरने लगते हैं। फिर हुआंग उन्हें वापिस ले आते हैं। हुआंग का कहना है कि इस क्रिया से सुअरों का व्यायाम होता है और वो फिट रहते हैं। इससेउनके मांस की कीमत भी बढ़ जाती है।

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