जन्म से पहले बने ड्राइविंग लाइसेंस पर मिली नौकरी
संजय नाम के युवक का जन्म से पहले ड्राइविंग लाइसेंस बन गया। वेद प्रकाश ने तो सिर्फ दस साल की उम्र में बड़ी गाड़ी चलाने का लाइसेंस हासिल किया। चंद नाम तो नजीर भर हैं वरना ऐसे दस्तावेज पेश करने वाले आधा दर्जन युवकों को अपर निदेशक [कृषि] अशोक कुमार ने कृषि महकमे में ड्राइवर नियुक्त कर दिया।
लखनऊ [जागरण ब्यूरो]। संजय नाम के युवक का जन्म से पहले ड्राइविंग लाइसेंस बन गया। वेद प्रकाश ने तो सिर्फ दस साल की उम्र में बड़ी गाड़ी चलाने का लाइसेंस हासिल किया। चंद नाम तो नजीर भर हैं वरना ऐसे दस्तावेज पेश करने वाले आधा दर्जन युवकों को अपर निदेशक [कृषि] अशोक कुमार ने कृषि महकमे में ड्राइवर नियुक्त कर दिया।
उन्होंने एक अविवाहित कर्मचारी की मौत पर अपने करीबी के बेटे को मृतक आश्रित कोटे की नौकरी तक दे डाली। ऐसे कई कारनामों की दाखिल की गई शिकायत पर लोकायुक्त ने कृषि निदेशक और अपर कृषि निदेशक को नोटिस जारी कर नियुक्तियों से जुड़े दस्तावेज तलब किए हैं। शिकायत में आरोप लगाया है कि गया है कि अपर निदेशक [कृषि] बस्ती के पद पर तैनात अशोक कुमार ने आधा दर्जन ऐसे युवकों को नौकरी दी है, जिनके ड्राइविंग लाइसेंस ही फर्जी बने हैं।
शिकायतकर्ता ने जन्मतिथियों के दस्तावेजों के साथ ऐसे लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस की छाया प्रति भी संलग्न की है। आरोप है कि अपर निदेशक ने जय प्रकाश गुप्ता नाम के अविवाहित कर्मचारी की मृत्यु के बाद अपने एक करीबी युवक को उसका बेटा बताते हुए सरकारी नौकरी पर रख लिया। घोटाले व गबन के आरोपित कर्मियों की भी प्रोन्नति करा दी। शिकायतकर्ता ने बीज, सिंचाई, जोत, हरित क्रांति, मेड़बंदी योजना में करोड़ों रुपये के घोटाले का भी आरोप लगाया है।
लोकायुक्त न्यायमूर्ति एनके मेहरोत्रा का कहना है दस्तावेजों की पड़ताल में प्रथम दृष्टया यह गंभीर मामला नजर आ रहा है। परिवाद दर्ज कर लिया गया है। कृषि निदेशक और आरोपित अपर निदेशक को नोटिस भेजकर आरोपों से संबंधित दस्तावेजों की मांग की गयी है।