थोक महंगाई ने छुआ पांच महीने का उच्चतम स्तर, जुलाई महीने में WPI इन्फ्लेशन बढ़कर 1.88 फीसद रही
जून महीने की तुलना में जुलाई में थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है
नई दिल्ली (जेएनएन)। साल 2017 के जुलाई महीने में थोक महंगाई दर में इजाफा हुआ है। जुलाई महीने में थोक महंगाई दर बढ़कर 1.88 फीसद हो गई है, जो कि जून महीने में 0.90 फीसद रही थी। यह बीते 5 महीनों का उच्चतम स्तर है। वहीं मई थोक महंगाई 2.17 फीसद से संशोधित होकर 2.26 फीसद हो गई है। जबकि जुलाई डब्ल्यूपीआई कोर महंगाई दर 2 फीसद से बढ़कर 2.1 फीसद रही है।
सब्जियों की महंगाई ने रुलाया:
आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में सब्जियां सबसे ज्यादा महंगी हुई हैं, जिन्होंने आम आदमी को खूब परेशान किया है। इस महीने फूड इन्फ्लेशन यानी खाने-पीने की चीजों से जुड़ी की महंगाई दर बढ़कर 2.15 फीसद हो गई, जोकि जून में शून्य से नीचे 3.47 फीसद रही थी। आपको बता दें कि WPI में फूड इन्फ्लेशन की हिस्सेदारी 15.26 फीसद की है। वहीं सब्जियों की थोक महंगाई 21.95 फीसदी रही, जो जून में -21.16 फीसद रही थी। इसके अलावा फलों की थोक महंगाई भी जून के -0.07 फीसदी से बढ़कर 2.71 फीसदी हो गई।
नॉन फूड आर्टिकल्स से जुड़ी महंगाई दर (-) 6.32 फीसद रही है जो कि जून महीने के दौरान (-) 5.15 फीसद रही थी। वहीं अगर फ्यूल और पावर ग्रुप से जुड़ी महंगाई की बात करें तो महीने दर महीने आधार पर यह जुलाई में 4.37 फीसद रही है जो कि जून महीने के दौरान 5.28 फीसद रही थी।
जुलाई में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की थोक महंगाई दर जून के 2.27 फीसदी से घटकर 2.18 फीसदी पर रही है। जुलाई में प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई दर भी बढ़ी है। महीने दर महीने आधार पर जुलाई में प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई दर -3.86 फीसदी से बढ़कर 0.46 पर रही है। वहीं महीने दर महीने आधार पर जुलाई में चीनी की महंगाई 10.71 फीसदी से घटकर 8.44 फीसदी रही है।