डोकलाम विवाद पीछे छोड़ भारत के साथ रिश्ते मजबूत करना चाहता है चीन
भारत में चीनी राजदूत ने कहा कि विकास के एक जैसे लक्ष्य और चुनौतियों के कारण भारत और चीन को सहयोग के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
कोलकाता, पीटीआई। डोकलाम विवाद खत्म होने के बाद चीन भारत से अपने रिश्तों को नए सिरे से परिभाषित करना चाहता है। इस विवाद के खत्म होने के बाद अब चीन ने नई रणनीति अपना ली है। पड़ोसी देश अब भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है। चीन का कहना है कि दोनों देश एक दूसरे के साथ विकास की राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं।
भारत में चीनी राजदूत ने कहा कि विकास के एक जैसे लक्ष्य और चुनौतियों के कारण भारत और चीन को सहयोग के साथ आगे बढ़ना चाहिए। हमें अच्छे द्विपक्षीय संबंधों की तरफ ध्यान देना चाहिए। हाल ही में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था कि भारत और चीन को ये बात ध्यान रखनी चाहिए कि फिर से रिश्ते खराब न हों। उन्होंने कहा कि हमें विकास को लक्ष्य बनाना चहिए।
ब्रिक्स बैठक के बाद चीन और भारत के रिश्ते में दरारेें खत्म हुईं क्योंकि डोकलाम विवाद इसी के बाद सुलझा। चीन की तरफ से आ रहे इस तरह के बयानों से तो यही साफ हो रहा है कि चीन भारत के साथ रिश्तों में सुधार चाहता है।
चीनी राजदूत ने कहा कि जिनपिंग और मोदी की मुलाकात के लिए आधे घंटे का समय तय हुआ था हालांकि ये बैठक कुल 1 घंटे 25 मिनट तक चली। बैठक के दौरान दोनों ने विकास से जुड़े मुद्दों पर बात की। जिनपिंग ने चीन में 'दंगल' फिल्म की सफलता के बारे में पीएम मोदी को बताया और फिल्म की तारीफ की।
गौरतलब है कि चीन अब भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है लेकिन ये चीन की नई चाल भी हो सकती है। आगे भी भारत को सतर्क रहकर कदम उठाने होंगे।
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