पीएम से सीधे शिकायत पर केंद्रीय कर्मियों पर होगी कार्रवाई
केंद्र सरकार ने सेना, अर्द्धसैनिक बलों समेत अपने सभी कर्मचारियों को अपनी शिकायतें सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ले जाने से रोका है। उन्हें चेतावनी दी गई है कि अगर ऐसा किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने सेना, अर्द्धसैनिक बलों समेत अपने सभी कर्मचारियों को अपनी शिकायतें सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ले जाने से रोका है। उन्हें चेतावनी दी गई है कि अगर ऐसा किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने सोमवार को नए दिशा-निर्देश जारी करते हुए कर्मचारियों को चेताया है। विभाग का कहना है कि विधिवत तरीकों को अपनाए बगैर सीधे प्रधानमंत्री तक अपनी परेशानियों को लेकर जाने वाले कर्मचारियों और उनके प्रतिनिधियों के खिलाफ यथोचित अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
इन दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि सरकारी कर्मचारी को अपना दावा या अपनी शिकायत सर्वप्रथम अपने वरिष्ठ अधिकारी के सामने रखनी होगी। फिर भी समाधान न हो तो विभागीय अध्यक्ष के सामने रखें। उसके बाद ही अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के पास जाएं। सीधे-सीधे प्रशासनिक अधिकारी से शिकायत को नियम का उल्लंघन माना जाएगा।
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के अनुसार प्रायः देखा जा रहा है कि सेना के अधिकारियों से लेकर अर्द्धसैनिक बलों और अन्य सरकारी कर्मचारी तक अपनी शिकायतें सीधे प्रधानमंत्री, मंत्री, सचिव (कार्मिक) या अन्य उच्चाधिकारियों तक सीधे चले जाते हैं। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के लगभग 48 लाख कर्मचारी हैं।