आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग का कोटा देखने के बाद ही करेंगे समझौता: हार्दिक
पाटीदार आंदोलन के नेता 22 वर्षीय हार्दिक पटेल ने साफ कर दिया है कि वह सरकार का फैसला और आरक्षण का कोटा देखने के बाद ही सरकार से समझौता करेंगे।
अहमदाबाद (प्रेट्र)। गुजरात सरकार की घोषणा के एक दिन बाद ही जेल में बंद पाटीदार कोटा आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कहा है कि फैसले का अध्ययन करने के बाद ही समझौता किया जाएगा। एक दिन पहले गुजरात सरकार ने अगड़ी जातियों में आर्थिक रूप से कमजोर के लिए 10 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा की।
हार्दिक की घोषणा से इतर सरकार के साथ वार्ता में शामिल समुदाय के नेताओं का जोर पटेल आंदोलन खत्म करने पर है। नेताओं का कहना है कि सरकार ने समुदाय की दो मुख्य मांगें मान ली हैं। मेहसाणा के विषनगर में अदालत के बाहर हार्दिक ने कहा, 'सबसे पहले सरकार ने जो फैसला लिया है उसका अध्ययन करेंगे। यदि यह समुदाय के हित में हुआ तो निश्चित रूप से हम समझौता करेंगे।'
22 वर्षीय हार्दिक इन दिनों न्यायिक हिरासत में हैं। राजद्रोह सहित उनके खिलाफ ढेर सारे आरोप हैं। पड़ोसी जिले में दायर एक मुकदमे में पेशी के सिलसिले में उन्हें अदालत लाया गया था। उन्होंने स्पष्ट किया, 'शांति के लिए इस मुद्दे का समाधान जरूरी है..और दोनों पक्षों के लिए मुद्दे पर समझौता करना आवश्यक है।'
गुजरात: गरीब सवर्णों को मिलेगा 10 फीसद आरक्षण,1 मई को जारी होगी अधिसूचना
गुजरात की भाजपा सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण से संबंधित घोषणा पर हार्दिक की यह पहली प्रतिक्रिया है। सवर्णो में जिनकी पारिवारिक आय 6 लाख रुपये सालाना है उन्हें नौकरी और शिक्षा में आरक्षण देने की घोषणा की गई है। इसी दायरे में पाटीदार भी आते हैं।