कहीं एक बार फिर गंभीर के साथ न हो जाए वही पुराना सलूक, जानिए क्या है मामला
के एल राहुल के चोटिल होने के बाद गौतम गंभीर को उनकी जगह टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया है। दिल्ली के इस खब्बू बल्लेबाज़ को दो साल बाद टीम इंडिया में खेलने के लिए बुलावा आया है।
(प्रदीप सहगल) नई दिल्ली। के एल राहुल के चोटिल होने के बाद गौतम गंभीर को उनकी जगह टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया है। दिल्ली के इस खब्बू बल्लेबाज़ को दो साल बाद टीम इंडिया में खेलने के लिए बुलावा आया है। सबसे बड़ा सवाल जो अब भारतीय फैन्स के मन में उठ रहा है, वो ये कि क्या गंभीर को कोलकाता टेस्ट के अंतिम ग्यारह खिलाड़ियों में जगह मिलेगी ?
क्या हुआ था गंभीर के साथ ?
2012 में गौतम गंभीर ने इंग्लैंड के खिलाफ 4 टेस्ट की सीरीज़ में 251 रन बनाए थे। 41.83 के औसत से खेलते हुए गंभीर ने दो अर्धशतक भी लगाए थे। उस सीरीज़ में सबसे ज़्रयादा रन बनाने के मामले में वो तीसरे भारतीय खिलाड़ी थे, लेकिन इसके बावजूद भी चयनकर्तां ने उन्हें अगली सीरीज़ के लिए टीम में नहीं चुना था।
क्या गंभीर को मिलेगी प्लेइंग इलेवन में जगह ?
30 सितंबर से होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया के पास तीन सलामी बल्लेबाज़ हैं, मुरली विजय, शिखर धवन और गौतम गंभीर। मुरली विजय ने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक जमाकर अपनी फॉर्म दिखा दी है।
अब दूसरे ओपनर की एक जगह के लिए दो दावेदार हैं। शिखर धवन की बात करें तो वो अपनी फॉर्म से जूझ रहे हैं। पहले टेस्ट मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन में ना रखने की एक वजह ये भी थी। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ भी धवन का बल्ला कुछ खास कमाल नहीं कर पाया था। इसके बावजूद जब न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम का चयन हुआ तो चयनकर्ताओं ने गंभीर को मौका ना देकर, शिखर धवन को टीम में शामिल कर लिया था।
धवन का बल्ला भले ही खामोश हो लेकिन गंभीर इस समय शानदार फॉर्म में हैं। गंभीर ने हाल ही में खत्म हुई दलीप ट्रॉफी के फाइनल में इंडिया रेड के खिलाफ 94 रन की पारी खेली थी। इससे पहले भी इंडिया ग्रीन के खिलाफ गंभीर ने 90 रन बनाए थे।
गंभीर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच दो साल पहले 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल के मैदान पर खेला था। गंभीर की फॉर्म को देखते हुए तो यही लगता है कि उन्हें कोलकाता में दूसरे ओपनर के रूप में मौका मिलना चाहिए।