इस राज्य के मुख्यमंत्री बोले, 1 मई से पहले क्यों हटाऊं लाल बत्ती
केंद्र सरकार ने सभी नेताओं और मंत्रियों की गाड़ियों पर से लाल बत्ती हटाने का आदेश दिया है।
बेंगलूर (कर्नाटक),एएनआई। केंद्र सरकार ने देश में लाल बत्ती कल्चर को खत्म करने के लिए पिछले हफ्ते बड़ा एलान किया था। सरकार के अपने फैसले में 1 मई से गाड़ियों पर लाल बत्ती के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार के इस फैसले का विपक्षी दलों समेत तमाम राजनीतिक दलों ने समर्थन किया था। लेकिन, कांग्रेस शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को शायद केंद्र का ये फैसला रास नहीं आ रहा।
दरअसल, मंगलवार को सीएम सिद्धारमैया की गाड़ी पर लगी लाल बत्ती को लेकर सवाल किया गया तो वो इससे थोड़ा नाराज दिखे। सीएम ने कहा कि मैं अभी लाल बत्ती क्यों हटाऊं जबकि नियम के मुताबिक लाल बत्ती को 1 मई से हटाना जाना है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने बुधवार वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने की दिशा में एक प्रमुख कदम उठाया है, केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि केंद्रीय और राज्य मंत्री और अन्य वीवीआईपी सहित गणमान्य व्यक्तियों से जुड़े वाहनों पर लाल बत्ती के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। ये निर्णय एक मई से पूरे देश में लागू हो जाएगा।
प्रधानमंत्री के इस फैसले की चारो ओर प्रशंसा हो रही है। घोषणा के बाद, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी कार से लाल बत्ती को हटा दिया है।
गौरतलब है कि कैबिनेट के फैसले के ऐलान के तुरंत बाद फैसले के अमल पर मंत्रियों की लाइन सी लग गई केंद्रीय मंत्री विजय गोयल, महेश शर्मा ने अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटा दी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने भी अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटा दी। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी लाल बत्ती निकलवा दिया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह तो काफी समय पहले ही यह कदम उठा चुके हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंभी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अपनी कार से लाल बत्ती हटा ली है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने भी अपनी कार से लाल बत्ती हटा दी।
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