फेसबुक का फ्री बेसिक्स नहीं रहा फ्री तो किया भारत विरोधी ट्वीट, मांगनी पड़ी माफी
टेलिकॉम रेग्युलेटर यानि ट्राई ने नैट न्यूट्रैलिटी के पक्ष में फैसला देकर एक तरफ जहां आम ग्राहकों को राहत दी तो वहीं फेसबुक जैसी बड़ी कंपनी को झटका दिया। अब फेसबुक को फ्री नहीं रहेगा ट्राई के फैसले के बाद उसके भारतीय पार्टनर रिलायंस कम्युनीकेशन ने इसे पेड प्लेटफॉर्म बनाने
नई दिल्ली। टेलिकॉम रेगुलेटर यानि ट्राई ने नैट न्यूट्रैलिटी के पक्ष में फैसला देकर एक तरफ जहां आम ग्राहकों को राहत दी तो वहीं फेसबुक जैसी बड़ी कंपनी को झटका दिया। अब फेसबुक फ्री नहीं रहेगा ट्राई के फैसले के बाद उसके भारतीय पार्टनर रिलायंस कम्यूनिकेशन ने इसे पेड प्लेटफॉर्म बनाने का फैसला लिया है। ट्राई के इस फैसले से बौखलाए फेसबुक के एक अधिकारी ने गुस्से में एक विवादास्पाद ट्वीट कर दिया जिस पर जमकर बवाल मचा। इस ट्वीट के बाद फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग को माफी मांगनी पड़ी।
फेसबुक का फ्री बेसिक्स नहीं रहा फ्री
फेसबुक का फ्री बेसिक्स अब फ्री नहीं रहा है। इस पर ट्राई ने रोक लगा दी। हाल ही में ट्राई ने फेसबुक की मुहिम को तगड़ा झटका देते हुए इंटरनेट कंपनियों को अलग-अलग दामों पर सेवाएं मुहैया कराने की इजाजत नहीं दी थी तो ऐसे में फेसबुक एक पेड प्लेटफॉर्म में बदल गया है।
नैट न्यूट्रैलिटी को लेकर फेसबुक का विवादित ट्वीट
फेसबुक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल मार्क एंड्रीसन ने ट्राई के फैसले पर भारत विरोधी ट्वीट कर दिया। एंड्रीसन ने ट्वीट किया कि भारत की इकोनॉमी ब्रिटिश शासन के अधीन (औपनिवेशिक) ज्यादा बेहतर थी। भारत को तो औपनिवेशिक शासन की आदत हो चुकी है, अब इसका विरोध क्यों?
उन्होंने जैसे ही यह ट्वीट किया, ट्वीटर पर इसका भारी विरोध होने लगा। मार्क के ट्वीट का सोशल मीडिया पर विरोध शुरू हो गया। जल्द ही मार्क ने अपने ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन तब तक लोगों ने उनके ट्वीट के स्क्रीनशॉट ले लिए थे। आखिर मार्क को ट्वीट करना पड़ा कि वे अब भारतीय अर्थव्यवस्था या राजनीति पर किसी भी बहस में शामिल नहीं होंगे।
फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को मांगनी पड़ी माफी
मामला इतना गंभीर हो गया कि मार्क जुकरबर्ग को माफी मांगनी पड़ी। फेसबुक पर एक पोस्ट में जुकरबर्ग ने लिखा है, 'मार्क एंड्रेसन की टिप्पणी से मैं आहत हुआ हूं। उनके विचार फेसबुक व मेरी सोच से मेल नहीं खाते हैं। व्यक्तिगत रूप से मेरे व फेसबुक के लिए भारत बहुत अहम है। मैं भारत गया हूं और वहां के लोगों की मानवीयता व नैतिक मूल्य देखकर के बहुत प्रभावित हुआ हूं। भारत ने जिस तरह से खुद को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में खड़ा किया है और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बना है, उससे भी मैं प्रभावित हुआ हूं।'