दहशत में भुल्लर: 'जल्लाद आ रहे हैं, मुझे फांसी पर लटका देंगे'
भुल्लर की दया याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। मौत बांटने वाला भुल्लर खुद के सामने मौत देखकर इस कदर खौफजदा रहता है।
नई दिल्ली। खूंखार आतंकी देवेंद्र पाल सिंह भुल्लर की फांसी को सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा है। भुल्लर की दया याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। मौत बांटने वाला भुल्लर खुद के सामने मौत देखकर इस कदर खौफजदा रहता है कि अक्सर चिल्लाता है। मौत के डर ने उसे मानसिक रोगी बना दिया है। बीमारी के कारण ही वह मौत से दूर है। उसका दिल्ली के मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल में भुल्लर अक्सर चिल्ला पड़ता है, 'जल्लाद आ रहे हैं, मुझे फांसी पर लटका देंगे।'
आपको बता दें कि अफजल गुरु की फांसी की सूचना मिलने के बाद वह काफी विचलित हो गया था। उसके परेशान होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली स्थित शाहदरा के मानव व्यवहार और संबद्ध विज्ञान संस्थान में इलाज करा रहे इस आतंकी ने कई दिनों तक नाश्ता नहीं किया।
अस्पताल के जिस वार्ड में यह आतंकी भर्ती है, वहां अन्य मरीज भी हैं। इसमें टेलीविजन लगा है, मगर भुल्लर टीवी नहीं देखता है। वार्ड के लोगों से जब उसे अफजल की फांसी की जानकारी मिली तो वह विचलित हो गया था। अस्पताल सूत्रों का कहना था कि उसने कई दिनों तक खाना पीना छोड़ दिया था। अनमने ढ़ंग से बहुत कम मात्रा में खाना खाता था। दहशत का यह आलम कसाब की फांसी के बाद भी हुआ था। उस समय वह जोर-जोर से चिल्लाने लगता था।
गौरतलब है कि वर्ष 1993 में भुल्लर ने यूथ कांग्रेस कार्यालय के बाहर बम विस्फोट किया था। इसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने 22 मार्च, 2002 को भुल्लर को फांसी की सजा सुनाई थी।
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