IFR में बोले पीएम- हमें आपस में प्रतिस्पर्धा नहीं, सहयोग करना चाहिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के पूर्वी विशाखापत्तनम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-2016 के तीसरे दिन समुद्री कमांडोज़ के बीच पहुंचे। दुनिया भर के 50 देशों की नौसेनाओं के साथ भारतीय नौसेना ने अपनी ताकत और कौशल का प्रदर्शन पूरे जोश से किया।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के पूर्वी विशाखापत्तनम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-2016 के तीसरे दिन समुद्री कमांडोज के बीच पहुंचे। दुनिया भर के 50 देशों की नौसेनाओं के साथ भारतीय नौसेना ने अपनी ताकत और कौशल का प्रदर्शन पूरे जोश से किया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि यहां पर विश्व के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों की उपस्थिती 'वसुधैव कुटुंबकम' के संदेश को मजबूत करती है। उन्होंने आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को इस भव्य आयोजन के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। पीएम ने जानकारी देते हुए कहा कि इस आयोजन के बाद इसी वर्ष अप्रैल में वैश्विक समुद्री शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
50 से अधिक देशों की नेवी की एक जगह मौजूदगी के एहसास को अनोखा बताते हुए कहा कि ये मेरे लिए सम्मान की बात है। 'ऑपरेश्नल डिमॉशट्रेशन' का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि हमें एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि सहयोग करना चाहिए।
इससे पहले विशाखापत्तनम में शनिवार की सुबह अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने नौसैनिक युद्धपोतों के साथ ही भारतीय पनडुब्बियों और हवाई बेड़ों का भी निरीक्षण किया।
राष्ट्रपति मुखर्जी के साथ इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी शामिल हुए। सुबह 9 बजे शुरू हुए इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू (आइएफआर) 2016 में 95 जंगी जहाजों ने भाग लिया। जंगी जहाजों का यह मेला दोपहर करीब पौने 12 बजे तक चला। इस बीच नौसैनिक कमांडो और हेलीकॉप्टरों के प्रदर्शन हुए।
नौसेना के रोटरी विमानों ने हवा में 15 किस्म की व्यूहरचना की। फ्लीट रिव्यू में इस बार भारतीय नौसेना के युद्धपोतों के साथ ही अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, चीन समेत 50 देशों की नौसेनाओं के 24 विदेशी जहाज भी हिस्सा ले रहे हैं।
फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना के 71 जहाज हैं, जिसमें दोनों विमानवाहक नौसैनिक बेड़े आइएनएस विक्रमादित्य और आइएनएस विराट भी शामिल हैं। आइएनएस विराट हालांकि जल्द ही भारतीय नौसेना को अलविदा कह देगा। इस बार भारतीय पनडुब्बियों और मिसाइल नष्ट करने वाले युद्धपोत 'रनवीर' ने भी जलवे बिखेरे। इजराइली सुपरद्रोवा एमके-2 की तर्ज पर बने भारतीय नौसेना के घातक एक्सट्रा फास्ट अटैक क्राफ्ट को भी प्रदर्शित किया गया।
उल्लेखनीय है कि आजादी के बाद से अब तक 11 फ्लीट रिव्यू हो चुके हैं। भारत में आयोजित होने वाला यह दूसरा अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू है। इससे पहले 2001 में दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में मुंबई में बेड़ा समीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था। 1953 में पहली बार भारत ने फ्लीट रिव्यू किया था।