राष्ट्रपति से मिल इस्तीफा देना चाहते हैं रामनरेश यादव
व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में अपने खिलाफ एफआइआर दर्ज होने के 24 घंटे बाद मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव ने राष्ट्रपति से मिलकर पद छोड़ने का मन बना लिया है।
भोपाल [नई दुनिया ब्यूरो] । व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में अपने खिलाफ एफआइआर दर्ज होने के 24 घंटे बाद मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव ने राष्ट्रपति से मिलकर पद छोड़ने का मन बना लिया है। घोटाले की आंच आने के बाद भी यादव इस्तीफा न देने पर अड़े थे, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें बर्खास्तगी की चेतावनी तक दे डाली। इसके बाद उन्होंने त्यागपत्र देने का फैसला कर लिया, लेकिन फिलहाल इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।
सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल अपना इस्तीफा ईमेल अथवा फैक्स के जरिये भेजने के बजाय स्वयं अपने हाथ से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौंपना चाहते हैं। साथ ही वह इस मामले में अपना दर्द भी बयान करना चाहते हैं। इस बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे एवं कांग्रेस विधायकों ने राजभवन का घेराव कर प्रदर्शन किया। साथ ही राज्यपाल के इस्तीफे की मांग भी दोहराई। मंगलवार को इस मामले में एसटीएफ ने राज्यपाल के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली थी। इसके बाद से ही यादव के इस्तीफे को लेकर सियासत गरमा गई है।
मुख्यमंत्री पर भी बनाया दबाव
कांग्रेस विधायक दल के नेता सत्यदेव कटारे ने कहा कि इस महाघोटाले में राज्यपाल के विरुद्ध प्रकरण दर्ज होने के बाद भी अभी तक उनका इस्तीफा न देना आश्चर्य का विषय है।
कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के पद छोड़ने की भी मांग उठाई। कांग्रेस अब मुख्यमंत्री पर दबाव बनाएगी। कांग्रेस नेताओं ने इस मौके पर खूब नारेबाजी भी की।
पढ़ें : व्यापम घोटाले में कांग्रेस के शिवराज पर लगाए आरोप निराधार
पढ़ें : शिवराज ने कांग्रेस को दिया कानूनी कार्रवाई का अल्टीमेटम